भोपाल। प्रदेश समेत पूरे देश में गणेश उत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। एक तरफ शासन-प्रशासन गणेश उत्सव को लेकर गाइडलाइन जारी कर रहे हैं, वहीं मूर्तिकार गणेश की मूर्ति तैयार करने में जुटे हैं। इस बार कलाकारों द्वारा भगवान गणेश की मूर्तियां गाय के गोबर से तैयार की जा रही हैं। राजधानी में गाय के गोबर से बनाई जा रही गणेश मूर्तियों की मांग पड़ोसी राज्यों से भी आ रही है। इन मूर्तियों को खरीदने के लिए या तो लोग ऑनलाइन ऑर्डर कर रहे हैं या फिर खुद खरीददारी करने भोपाल आ रहे हैं। शासन की तरफ से लगातार लोगों से अपील की जा रही है कि इस बार गणेश जी इको फ्रैंडली बनाएं। मूर्तियों को पीओपी फ्री रखने की भी सलाह दी जा रही है।
राजधानी में एक मूर्तिकार द्वारा गाय के गोबर से मूर्तियां तैयार की जा रही हैं। भोपाल की कांता यादव गाय के गोबर से गणेश की मूर्तियां बना रही हैं। यह मूर्ति पूरी तरह इको फ्रैंडली है। इस मूर्ति को लोग अपने घरों में रखकर पूजा कर सकते हैं और यह मूर्तियां सभी साइज के हिसाब से उपलब्ध कराई जा रही हैं। मूर्तिकार कांता यादव ने मीडिया को बताया कि इन मूर्तियों की डिमांड सिर्फ मध्यप्रदेश में ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्यों से भी इसकी तेजी से मांग आ रही है। प्रदेश के पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश से मूर्तियों के ऑर्डर आ चुके हैं। लोग ऑनलाइन इको फ्रेंडली गणेश को ऑर्डर कर रहे हैं। क्योंकि कांता यादव ने ऑनलाइन तरीके से इन मूर्तियों को खरीदने का विकल्प भी दिया है। इसे लोग ऑनलाइन माध्यम से भी खरीद सकेंगे।
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राजधानी में गाइडलाइन जारी
राजधानी में गणेशउत्सव को लेकर प्रशासन ने गाइडलाइन जारी कर दी है। कोरोना महामारी के चलते पिछले साल गणेश उत्सव धूम धाम से नहीं मनाया गया था। इस बार भी कोरोना की संभावित तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए पंडालों में सांस्कृतिक, मनोरंजन व खेल के इवेंट, जागरण और भंडारे कराने की अनुमति नहीं दी है। कोरोना के चलते भीड़ जुटाने पर भी मनाही की गई है। हालांकि राजधानी के 800 से अधिक स्थानों पर मूर्ति विसर्जित करने की अनुमति दी गई है। वहीं पांडाल लगाने के लिए एसडीएम की अनुमति लेना आवश्यक होगी।