रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के एक पुलिस थाने में रविवार को दक्षिणपंथी संगठन के कार्यकर्ताओं ने धर्मांतरण के मुद्दे पर एक पादरी और ईसाई संगठन के दो पदाधिकारियों के साथ कथित तौर पर मारपीट की और उन्हें प्रताड़ित किया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दक्षिणपंथी समूह के कार्यकर्ताओं ने पादरी हरीश साहू पर धर्मांतरण में शामिल होने का आरोप लगाया और उनसे पुरानी बस्ती पुलिस थाने में मारपीट की। उनके साथ छत्तीसगढ़ क्रिश्चियन फोरम के महासचिव अंकुश बरियेकर और एक अन्य प्रकाश मसीह के साथ भी मारपीट की गई।
धर्मांतरण में शामिल होने का आरोप
दक्षिणपंथी संगठन ने साहू पर धर्मांतरण में शामिल होने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी, जिसपर पुलिस ने उन्हें थाने में बुलाया था। पुलिस के समन पर वह बरियेकर और मसीह के साथ थाने आए थे। लेकिन वहां मौजूद दक्षिणपंथी संगठन के कार्यकर्ताओं ने थाना प्रभारी के चैंबर में ही तीनों के साथ मारपीट की और उन्हें प्रताड़ित किया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। अधिकारी ने बताया कि घटना के बाद पुरानी बस्ती पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी यदुमणि सिदर को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव ने लाइन हाजिर कर दिया है। उन्होंने बताया कि बरियेकर ने इस घटना की शिकायत दर्ज कराई है जिसके बाद कई लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा-147, 294, 323 और धारा -506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि यह घटना 25 वर्षीय पादरी कवलसिंह परास्ते की कबीरधाम जिले के पोल्मी गांव स्थित घर में पिटाई की घटना के एक सप्ताह बाद हुई है। करीब 100 लोगों की भीड़ परास्ते के घर पहुंची थी और उनपर धर्मांतरण में शामिल होने का आरोप लगाया था।