भोपाल। प्रदेश में कोरोना का खतरा टला नहीं था कि अब नई मुसीबत मंडराने लगी है। राजधानी भोपाल में डेंगू का खतरा दिनों दिन बढ़ते ही जा रहा है। राजधानी में एक दिन में डेंगू के 10 मरीज मिले हैं,जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जीएमसी के यूजी और पीजी के 5 छात्र डेंगू की चपेट में आए हैं। जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। बता दें कि राजधानी में अब तक 99 मरीजों की पहचान हो चुकी है।
इंदौर में भी डेंगू का कहर
बता दें कि इंदौर सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित जिले में से एक था, वहीं अब जब यहां कोरोना मामले थमे ही थे कि डेंगू ने दस्तक दे दी है। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ती ही जा रही है। जिले में अब तक बंगाली चौराहा, प्रोफेसर कॉलोनी, मालवा मिल, स्नेहलतागंज, भवरकुआं, न्यू द्वारकापूरी, बर्फानी नवरतन बाग, विजय नगर, नंदा नगर समेत कई इलाकों में डेंगू के मरीज मिल चुके हैं। जानकारी के मुताबिक इस बार जो डेंगू के मरीज मिल रहे हैं उसमें 11 वर्ष से लेकर 45 वर्ष तक के मरीज शामिल है। वहीं अब तक जिले में डेंगू के कुल 50 से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं।
कैसे फैलता है डेंगू
डेंगू चार किस्मों के वायरस के संक्रमण से फैलता है। यह वायरस मादा एडीस मच्छर के काटने शरीर में फैल जाता है। डेंगू केवल गंदे पानी ही नहीं बल्कि साफ पानी में भी फैलता है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के फैलने का खतरा बना रहता है। यह एक वायरस से होता है इसलिए इसकी कोई दवा या एंटीबायटिक नहीं है। डेंगू की चपेट में आने के बाद लोगों को तेज बुखार के साथ नाक बहना, खांसी, आखों के पीछे दर्द, जोड़ों के दर्द और त्वचा पर हल्के रैश जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इन लक्षणों के साथ ही कई बार लाल और सफेद निशानों के साथ पेट खराब, जी मिचलाना, उल्टी जैसी शिकायत भी इसमें देखने को मिलती है।