टोक्यो। भारतीय एथलीट अरविंद Arvind Malik गुरूवार को यहां पैरालंपिक खेलों की पुरूषों की गोला फेंक एफ35 स्पर्धा में सातवें स्थान पर रहे। पहली बार पैरालंपिक में खेल रहे 28 साल के अरविंद का आठ खिलाड़ियों के फाइनल में सर्वश्रेष्ठ प्रयास 13.48 मीटर का रहा। इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक उज्बेकिस्तान के खुसनिद्दिन नोरबेकोव ने हासिल किया जिन्होंने सत्र का 16.13 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया।
अर्जेंटीना के इमैनुअल उरा ने 15.90 मीटर के थ्रो से रजत जबकि चीन के फु जिनहान ने 15.41 मीटर के थ्रो से सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ करते हुए कांस्य पदक जीता। एफ30 क्लास में वो एथलीट हिस्सा लेते हैं जिन्हें शारीरिक गतिविधियों के लिये तालमेल में समस्या होती है और ऐसा मस्तिष्क पक्षाघात या मस्तिष्क में चोट लगने से होता है। ए35 में ये खिलाड़ी खड़े होकर Arvind Malik हिस्सा लेते हैं। बचपन में अरविंद के सिर में गेंद लग गयी थी जिससे तंत्रिका क्षतिग्रस्त हो गयी थी और वह बायें पैर का इस्तेमाल नहीं कर सकते।
Ready for the #ParaAthletics event of the day?#IND's Arvind will compete in the Men's Shot Put F35 Final event in a few minutes
So get ready to cheer for him with #Cheer4India messages #Praise4Para#Paralympics
@arvindm40384045 pic.twitter.com/qvNIO3uD4f— SAI Media (@Media_SAI) September 2, 2021