बस्तर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने हाल में तीन नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। वहीं दो नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। बस्तर क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों के मुताबिक कि सुरक्षा बलों ने बीजापुर जिले के चेरपाल और पेदड़ा गांव के मध्य दो नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि जिले में नक्सल निरोधी अभियान के तहत रविवार को जिला बल और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों को गश्त पर रवाना किया गया था। दल जब चेरपाल-पदेड़ा गांव के मध्य जंगल में था तभी वहां से दो संदिग्ध व्यक्ति भागने लगे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस दल ने घेराबंदी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया और उनसे पूछताछ की गई। जब दोनों नक्सलियों की तलाशी ली गई तब उनसे विस्फोटक सामग्री बरामद की गयी। पुलिस दल को नक्सलियों ने जानकारी दी है कि वे पुल में बारूदी सुरंग लगाने और पुलिस दल की रेकी करने वहां पहुंचे थे लेकिन इससे पहले उन्हें पकड़ लिया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य घटना में पुलिस दल ने दंतेवाड़ा जिले के कुआकोंडा थाना क्षेत्र में एक नक्सली को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि सोमवार को पुलिस को क्षेत्र में नक्सली गतिविधि की जानकारी मिली और क्षेत्र के लिए पुलिस दल रवाना किया गया था। दल जब बड़ेगुडरा गांव में था तब एक व्यक्ति वहां से भागने लगा। बाद में पुलिस दल ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया।
10 हजार का था इनाम
पूछताछ के दौरान व्यक्ति ने अपना नाम लिंगा मंडावी बताया। लिंगा मंडावी के सर पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित था। वहीं एक अन्य घटना में दंतेवाड़ा जिले में दो नक्सलियों प्रदीप कड़ती और रामजी कश्यप ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। नक्सलियों ने जिले में चल रहे ‘लोन वर्राटू’ (घर वापस आइए) अभियान से प्रभावित होकर तथा माओवादियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर आत्मसमर्पण किया है। जानकारी के मुताबिक नक्सलियों के सिर पर 10—10 हजार रुपए का इनाम था। उनके खिलाफ पुलिस दल पर हमला समेत अन्य नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है।