नई दिल्ली। भारत सरकार ने पिछले साल सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए दर्जनों चीनी एप्स पर प्रतिबंध (Ban On Chinese App) लगा दिया था। सरकार ने इसके पीछे देश की सुरक्षा के साथ संप्रभुता और अखंडता का हवाला दिया था। लेकिन प्रतिबंध के बाद भी कई चीनी एप्स (Chinese Apps) भारत में जमकर इस्तेमाल हो रहे हैं। इस बात की गवाही इन एप्स का दिन पर दिन बढ़ता यूजरबेस (Chinese Userbase) बता रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भारत की अधिकतर कंपनियों (Techinical Chinese Companies) ने चीन से अपने संबंधों को छिपानी की कोशिश की है। साथ ही अपने एप्स को नए नामों के साथ रजिस्टर्ड करा लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत में चलने वाले टॉप 60 एप्स में से 8 एप्स पर चीनी कंपनियों का कब्जा है। ये एप्स हर महीने करीब 21.1 करोड़ यूजर्स (Users) तक पहुंच रहे हैं। हालांकि भारत में चीनी एप्स पर अभी भी प्रतिबंध (Ban On Chinese Apps) लगा हुआ है। इसके बाद भी बीते साल जुलाई में लगे प्रतिबंध के समय इन एप्स के 9.6 करोड़ यूजर्स थे। वहीं बीते 13 महने में इन एप्स ने 11.5 करोड़ नए यूजर्स जोड़े हैं।
इन एप्स के 1 साल में बढ़े रिकॉर्ड यूजर्स…
एप का नाम जुलाई 2020 जुलाई 2021
mAst: Music Status 0 1.3 करोड़
PLAYit 2.8 करोड़ 6.7 करोड़
Resso 50 लाख 1.8 करोड़
Zili 2.4 करोड़ 3.0 करोड़
ShareMe 3.6 करोड़ 4.7 करोड़
Tiki 0 2.1 करोड़
Noizz 30 लाख 1.4 करोड़
Mivi 0 10 करोड़
भारत सरकार ने बीते साल आईटी अधिनियम 69A के तहत देश में 267 चीनी एप्स को बैन कर दिया था। इन एप्स में भारत में काफी पॉपुलर होने वाले एप्स भी शामिल हैं। भारत में टिकटॉक, यूसी ब्रााउजर, पबजी, हेलो, एलीएक्स्रेस, likee, shareit, Mi community, baidu, Bigo livem, wechat, कैम स्कैनर और शाओमी जैसे कुछ पॉपुलर एप भी शामिल हैं। भारत में इन एप्स का एक बड़ा यूजर था। हालांकि इनमें से 8 एप्स ऐसे हैं जो अभी भी नाम बदलकर चल रहे हैं। हालांकि इन एप्स की अंतरिम मालिक चीनी कंपनियां ही हैं।
जानें कौन है असली मालिक…
एप का नाम लिस्टेड मालिक असली मालिक
PLAYit युवाडेंस प्राइवेट लिमिटेड अलीबाबा
Resso मून वीडियो आईएनसी बाइटडांस
Zili जिली शाओमी
ShareMe शाओमी शाओमी
Noizz बायुगो वाई वाई आईएनसी
Mivi म्यूजिक वीडियो स्टूडियो बाइटडांस