उज्जैन। प्रदेश समेत पूरे देश में आज धूम-धाम से श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है। इसको लेकर मंदिरों में तैयारियां जोरों पर हैं। कोरोना महामारी के इस दौर में भी जन्माष्टमी को लेकर पूरे देश में धूम मची हुई है। वहीं उज्जैन में भी जन्माष्टमी की तैयारियां जोरों पर हैं। यहां जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जाएगी। वहीं कृष्ण जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर भारत माता मंदिर के सामने यहां 200 से ज्यादा बच्चों ने एक लय एक ताल में कई धुनों पर बांसुरी बजाई। एक सुर, लय और ताल में बच्चों ने भजनों पर बांसुरी वादन की प्रस्तुति दी। बच्चों की इस प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया। ये सभी 200 बच्चे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के सदस्य हैं। इस दिन के लिए बच्चों को पिछले तीन महीने से ऑनलाइन माध्यम से ट्रेनिंग दी जा रही थी। बता दें कि RSS द्वारा उज्जैन में हर साल इसी तरह के आयोजन कराए जाते हैं। रविवार की शाम आयोजित इस कार्यक्रम में आरएसएस के क्षेत्रीय संघचालक अशोक सोहनी मुख्य रूप से शामिल हुए। बच्चों की इस बांसुरी वादन की प्रस्तुति ने सभी का दिल जीत लिया।
सभी का मोह लिया मन
जब भजनों के साथ एक सुर, लय और ताल में बच्चों ने बांसुरी से सभा का मन मोह लिया। महाकाल मंदिर के पीछे महाकाल वन तैयार हो रहा है। इस वन में भगवान कृष्ण के साथ बाबा महाकाल गोपियों से साथ नृत्य करेंगे और रास रचाएंगे। स्मार्ट सिटी के महाकाल वन-रुद्रसागर प्रोजेक्ट में शिव से जुड़े आख्यानों को मूर्तियों, म्यूरल्स आदि के माध्यम से श्रद्धालुओं के दर्शन कराए जाएंगे। महाकाल मंदिर के पीछे तैयार किए जा रहे महाकाल वन में शिव, पार्वती, नंदी, गणेश, कार्तिकेय के अलावा शिव के विभिन्न स्वरूपों के साथ ऋषियों और यक्ष की प्रतिमा लगाई जा रही है। गुजरात से आए हुए कलाकार इन मूर्तियों को तैयार कर रहे हैं। आज जन्माष्टमी के दिन भगवान शंकर भी गोपेश्वर रूप के दर्शन देंगे। महाकाल वन में बनाई जा रही इन प्रतिमाओं में रास के दृश्य को चित्रित किया जा रहा है। एक प्रतिमा में श्रीकृष्ण रास कर रहे हैं और दूसरी प्रतिमा शिव की है जो गोपी के स्वरूप में है। दोनों प्रतिमाएं नृत्य मुद्रा में 18-18 फीट ऊंची हैं। बता दें कि आज प्रदेश समेत पूरे देश में श्री कृष्णजन्माष्टमी की धूम है। राजधानी समेत प्रदेश के कई मंदिरों में इसको लेकर तैयारियां तेज हो गईं हैं।