रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले की एक अदालत ने ढाई वर्षीय बच्ची की हत्या के जुर्म में महिला को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। रायपुर स्थित जिला एवं सत्र न्यायालय के अधिवक्ताओं ने शनिवार को बताया कि जिले की प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश लीना अग्रवाल की अदालत ने ढ़ाई वर्षीय बच्ची की हत्या के आरोप में 33 वर्षीय गंगा बंजारे को आजीवन कारावास की सजा सुनाई दी गई है। जानकारी के मुताबिक अदालत ने महिला को नम्रता और एक अन्य बालिका निमिता के अपहरण तथा हत्या के प्रयास का भी दोषी पाया है। अदालत ने गंगा को अलग-अलग अपराध में तीन हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया।
अचानक लापता हुई बच्चियां
मंदिर हसौद थाना क्षेत्र के अंतर्गत नवागांव सतनामी पारा निवासी दो बच्चियां नम्रता और निमिता 23 सितंबर 2019 को अचानक लापता हो गई थीं। वही जब ग्रामीण और परिजन बालिकाओं की खोज के दौरान गंगा बंजारे के घर पहुंचे तब उन्होंने नम्रता का शव रेत के ढेर से बरामद किया, वहीं निमिता को बांधकर रखा गया था। उन्होंने बताया कि बाद में ग्रामीणों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी तब पुलिस ने आरोपी गंगा को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि गंगा ने नम्रता की गला घोटकर हत्या कर दी थी और शव को रेत में छुपा दिया था। पुलिस ने गंगा के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया था।