ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 15 साल पहले जासूसी के जुर्म में पकड़े गए एक पाकिस्तानी नागरिक को सजा पूरी होने के एक साल बाद उसके देश वापस भेजा जा रहा है। एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण उसे पाकिस्तान भेजने की प्रक्रिया में देरी हुई है। ग्वालियर केंद्रीय कारागार के अधीक्षक मनोज कुमार साहू ने कहा, पाकिस्तानी जासूस अब्बास अली को बृहस्पतिवार को पुलिस सुरक्षा में वाघा सीमा पर भेजा गया है, जहां से उसे पाकिस्तान को सौंप दिया जाएगा। अली (43) को मार्च 2006 में ग्वालियर के इंदरगंज थाना क्षेत्र के नई सड़क इलाके से आपत्तिजनक दस्तावेजों के साथ पकड़ा गया था। उन्होंने कहा, एक अदालत ने उसे 14 साल के कारावास की सजा सुनाई थी जो पिछले साल 26 मार्च को पूरी हुई लेकिन कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के कारण उसे वापस नहीं भेजा जा सका। उन्होंने कहा कि तब से उसे यहां नजरबंद रखा गया था और अब उसे वाघा सीमा पर भेजा गया है। अली को शनिवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को सौंप दिया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार अली पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के रहीम यार कस्बे का रहने वाला है।
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