अमिताभ शुक्ला, देवास। इंदौर में चूड़ी बेचने वाले का मामला अभी ठंडा नही हुआ था कि देवास से भी इसी तरह का एक और मामला सामने आया है। देवास जिले के हाटपीपल्या थाने में आने वाले गांव आमला ताज निवासी जाहीद मंसूरी की ग्रामीणों ने पिटाई लगा दी। दरअसल मंसूरी पास के ही गांव जामनिया और बारोली में मोटर साइकिल वाहन से तोस व जीरा बेचने गये थे। इसी दौरान दो लोगों ने मंसूरी से आधार कार्ड मांगा। मौके पर मंसूर के पास आधार कार्ड नहीं था। इस कारण लोगों ने मंसूर की जमकर पिटाई लगा दी। इस घटना के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में फेरी से सामान बेचने वालों मे डर बैठ गया है। हाटपीपल्या थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार जाहीद खां पिता बशीर खां मंसूरी निवासी ग्राम आमला ताज ने थाने आकर रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसमें उन्होंने कहा कि मैं ग्राम आमला ताज का रहने वाला हूं। मै तोस व जीरा बेचने के लिए टप्पा, बारोली गया था। तोस व जीरा बेचकर वापस आते समय जामनिया जोड़ टप्पा, बारोली रोड पर पहुंचा था। इसी दौरान वहां ग्राम टप्पा से दो व्यक्ति आये और उन्होंने मुझसे आधार कार्ड मांगा।
मौके पर जुटी भीड़
मैंने उन्हें बताया कि मैं नाम से नहीं बल्कि चेहरे से जाना जाता हूं। इस पर दोनों ने कहा कि तुम्हारा आधार कार्ड दिखाओ। जब मैंने उन्हें बताया कि अभी मेरे पास आधार कार्ड नहीं है तो दोनों ने गालियां देना शुरू कर दिया। साथ ही मुझे धमकाते हुए कहा कि तुम मेरे गांव में कैसे घुसा। मैंने गालियां देने से उन्हें मना किया तो एक व्यक्ति ने लकड़ी से मेरी पिटाई लगा दी। पिटाई में मेरे दोनों पैरो व दोनों हाथों मे चोंट लगी है। वहीं मंसूर ने आरोप लगाया है कि दूसरे व्यक्ति ने मेरे शरीर पर बेल्ट मारे हैं। मंसूर ने पुलिस को बताया कि पिटाई के बाद मौके पर हंगामा हो गया। वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने मुझे बचाया। वहीं दोनों ने मुझे धमकी दी है कि अगर गांव में सामान बेचने आया तो जान से मार देंगे। मंसूर की शिकायत के आधार पर हाटपीपल्या पुलिस ने अज्ञात दोनों आरोपियों पर धारा 294, 323, 506, 34 में प्रकरण दर्ज कर जांच में ले लिया है। केस की जांच असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर कैलाश नारायण परमार को सौपी गई है।