भोपाल। भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षा बंधन (raksha bandhan 2021) का त्योहार पूरे देश में हर्षोल्लास से मनाया जाता है। इस बार यह पर्व 22 अगस्त रविवार को मनाया जाएगा। इस दिन सावन मास की पूर्णिमा तिथि है। हिंदू धार्मिक मान्यताओं अनुसार सबसे पहले देवी लक्ष्मी ने राजा बली को राखी बांधकर अपना भाई बना लिया था। सावन पूर्णिमा हिंदू धर्म में बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। इस बार पूरे 50 साल बाद इस बार के रक्षा बंधन पर यह चार विशिष्ट योग बन रहें हैं।
राखी खरीद रहे भाई-बहन
सबसे पहले राखी भगवान श्री गणेश जी को बांधे
सबसे पहले राखी भगवान श्री गणेश जी को बांधना चाहिए,इसके बाद अपने ईष्टदेव औऱ फिर अपने भाईयों को राखी बांधे। इस साल रक्षाबंधन के दिन भद्रा का साया नहीं रहेगा । बहनें सूर्योदय के बाद कभी भी अपने भाइयों को राखी बांध सकती हैं। लेकिन इससे पहले बहनों को चहिये कि वे राखी को भगवान को अर्पित करें । हिंदू धर्म शास्त्र के मुताबिक, सबसे पहले देवताओं को राखी बांधकर उनको भोग लगाना चाहिए और फिर भाइयों को राखी बांधें। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और बहनों को मनवांछित वरदान देते हैं। भाइयों का घर धन-दौलत से भर देते हैं।
बाजार हुए गुलजार
राखी बांधने का मुहूर्त:
राखी बांधने का समय – सुबह 06:15 से शाम 05:31 बजे तक
राखी बांधने का सबसे शुभ मुहूर्त – दोपहर 01:42 से शाम 04:18 बजे तक
राखी वाले दिन भद्रा अंत का समय – 06:15 AM
बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग भूले
हरियाणा रोडवेज की बसों में फ्री सुविधा
इस पवित्र रिश्ते पर कई जगहों पर बहनों के लिए बस और अन्य आवागमन के साधन फ्री में भी उपलब्ध करवाए जाते है। रक्षाबंधन पर महिलाओं को हरियाणा रोडवेज की बसों में फ्री यात्रा की सुविधा दी गई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया था। घोषणा के अनुसार, महिलाओं और 15 साल तक के बच्चों का हरियाणा राज्य परिवहन की बसों में किराया नहीं लगेगा। यह सुविधा 21 अगस्त -शनिवार दोपहर 12 बजे से 22 अगस्त की रात 12 बजे तक 36 घंटे के लिए लागू रहेगी। कई राज्यों में आटो चालक भी आने जाने के लिए इस दिन महिलाओं से किराया नहीं लेते है।
रंग- बिरंगी सुंदर राखियां
Photo By : Mohd. Ausaf