नई दिल्ली। कोरोना के अटैक के बाद से Walking Meditation Health Benefits लोग सेहत को लेकर बहुत सजग हो गए हैं। फिर चाहे खानपान की बात हो या व्यायाम या सैर की। इसमें सबसे अहम भूमिका योग विशेष रूप से इसमें किए जाने वाले ध्यान की रही है। पर क्या आपको पता है ये ध्यान न केवल बैठ कर बल्कि चलते—चलते भी किया जाता है। चलते हुए ध्यान करने की प्रक्रिया को ही वॉकिंग मेडिटेशन कहते हैं। आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ और बातें।
वॉकिंग मेडिटेशन से दूर होता है मिलते हैं कई फायदे –
सामान्य मेडिटेशन की तरह ही होता है ये मेडिटेशन
वॉकिंग मेडिटेशन नॉर्मल मेडिटेशन की तरह ही ध्यान लगाने की एक प्रक्रिया है। इसमें बैठकर ध्यान लगाने की जगह चलते हुए ध्यान लगाना होता है।
क्या है वॉकिंग मेडिटेशन
वॉकिंग मेडिटेशन में आपको टहलते हुए ध्यान लगाना होता है। इस दौरान आपको आपकी आंखें खुली रखनी होती हैं। अपने हर कदम पर फोकस करना होता है। साथ ही आस-पास के शोर को नजरअंदाज करना होता है।
कैसे करें वॉकिंग मेडिटेशन?
इसे करने के सबसे पहले आपको कम्फर्टेबल कपड़े और शूज पहनना बहुत जरूरी है। इसके बाद वॉक करने के लिए शांत वातावरण वाले साफ—सुथरे पार्क का चयन करें। प्रारंभिक स्थिति में करीब 5 मिनट के लिए ही वॉक करें।
यह है तरीका
वॉकिंग मेडिटेशन करने के लिए दोनों पैरों पर बराबर के साथ वजन डालकर सीधे खड़े होकर लंबी सांस लें। चलने से पहले अपने पैरों पर ध्यान केंद्रित करें। महसूस करें कि वे जमीन को स्पर्श कर रहे हैं। इसके बाद चलना स्टार्ट करें। इस बात का ध्यान रखना है कि आपको तेज नहीं चलना है। बल्कि छोटे-छोटे कदमों के साथ धीरे-धीरे आगे बढना है। कदमों के साथ सांसों को बेलेंस करने की कोशिश करें। सांस को लेने और छोड़ने के साथ कदमों का सही तालमेल बनाएं। इस दौरान गर्दन, कंधे व पेट की मांसपेशियों पर कसाव नहीं होना चाहिए। अपने ध्यान को केंद्रित करने की क्षमता को विकसित करें। इस सब प्रक्रिया दौरान आपकी आंखें बंद नहीं होना चाहिए।
इससे आपको कई तरह के फायदे होते हैं।
तनाव दूर होकर अच्छी आती है नींद
इस वॉकिंग मेडिटेशन का सबसे अधिक फायदा ये होता है कि इससे आपकी मांसपेशियों का तनाव कम हो जाता है। इसी के साथ अनिंद्रा की शिकायत भी दूर होती है। नींद अच्छी आती है। इस मेडिटेशन से आपकी एकाग्रता भी बढ़ती है।
सही रहता है ब्लड शुगर लेवल और रक्तचाप
वॉकिंग मेडिटेशन करने से आपका ब्लड शुगर लेवल तो कंट्रोल रहता ही है साथ ही साथ रक्तचाप को भी नियंत्रित किया जा सकता है। विशेषज्ञों की मानें तो इस मेडिटेशन से शुगर के टाइप 2 डायबिटीज मरीजों को बहुत राहत मिलती है।
ड्रिप्रेशन को दूर करता है
वॉकिंग मेडिटेशन शारीरिक व मानसिक दोनों रूप से शरीर को फायदा पहुंचाता है। इसके लगातार अभ्यास से मानसिक तनाव की समस्या से छुटकारा मिल जाता है। साथ ही मन भी प्रसन्न रहता है।
पाचन क्रिया सही काम करती है
अगर आप अपनीपाचन क्रिया सही रखना चाहते हैं तो आज से ही वॉकिंग मेडिटेशन शुरू कर दीजिए। ऐसा करने से पेट में अपच, गैस, कब्ज जैसी समस्याएं भी दूर होती हैं। साथ ही भोजन को भी बड़ी आसानी से पचाया जा सकता है।
एकाग्रता और संतुलन बढ़ता है
वॉकिंग मेडिटेशन करने से कोंसन्ट्रेशन बढ़ता है। संतुलन की क्षमता बढ़ाने में भी मदद मिलती है। पैरों से संबंधित समस्याएं भी दूर होती हैं। जैसे पैरों, एड़ियों और तलवों में दर्द भी धीरे-धीरे कम हो जाता है।
(यह लेख सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। इन पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें।)