नई दिल्ली। किसी भी शुभ काम के Rakshabandhan 22 August 2021 लिए लोग भद्रा और पंचकों को पहले देखते हैं। ऐसा मानते हैं कि पंचकों में Rakshabandhan 22 August 2021 कोई भी शुभ कार्य प्रारंभ करना अच्छा नहीं होता। पर ऐसा नहीं है। भद्रा को जरूर अशुभ माना जाता है। पर ज्योतिषाचार्यों की माने तो पंचकों में राखी का पड़ना शुभ माना जाता है। पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार भाई—बहिन के पवित्र रिश्ते का त्योहार रक्षाबंधन इस वर्ष 22 अगस्त रविवार को मनाया जाएगा। इसी दिन सुबह 8.22 मिनट पर शुरू हो रहे पंचक 5 दिन तक रहेंगे। फलस्वरूप पंचकों में राखी बांधेंगी।
श्रावणी उपाक्रम का भी है दिन
रक्षा बंधन के दिन ही श्रावणी उपाक्रम भी होता है। जिसमें ब्राहृण 10 पदार्थों से स्नान करते हैं। जिसमें दूध, दही, शहद, भस्मी और मिट्टी आदि से शामिल हैं। इससे ब्राहृण पवित्र होता है। साथ ही उनकी ऊर्जा बढ़ती है। इस स्नान से ब्राहृण के वर्ष भर के दोष दूर हो जाते हैं। इस दिन यज्ञोपवीत यानी जनेऊ भी बदला जाता है।
रक्षाबंधन के मुहूर्त —
सुबह 09.00 से 12.00 बजे तक शुभ मुहूर्त
शाम 04.30 से 6.00 बजे तक राहू काल
उज्जैन में सबसे पहले महाकाल को बंधेगी राखी
किसी भी त्योहार की शुरूआत भगवान का नाम लेकर ujjain mahakal की जाती है। उज्जैन के महाकाल मंदिर में इसी अवसर पर तड़के तीन बजे भस्मारती के बाद सुबह 7.30 बजे पुजारी महाकाल को राखी बांधकर लड्डुओं का महाभोग लगाएंगे। लोकमान्यता में महाकाल उज्जैन के राजा हैं। हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहार सबसे पहले महाकाल मंदिर में मनाए जाते हैं। श्रावणी पूर्णिमा पर रक्षा बंधन की शुरुआत भी यहीं से होगी।
श्रावण मास का हो जाएगा समापन
श्रावणी पूर्णिमा के साथ ही श्रावण मास का समापन हो जाता है। पूरे माह व्रत करने के वाले श्रृद्धालु इस दिन लड्डू को प्रसाद के रूप में ग्रहण करने के बाद ही पारणा (उपवास खोलते) करते है
शुभ मुहूर्त
– सुबह 7.30 से 9.00 बजे तक चंचल
— सुबह 9.00 से 10.30 बजे तक लाभ
– सुबह 10.30 से 12 बजे तक अमृत
– सुबह 11.00 से दोपहर 12.30 बजे तक शुभ अभिजीत
– दोपहर 1.30 से दोपहर 3.00 बजे तक शुभ
– शाम 6.50 बजे प्रदोष काल में शुभ मुहूर्त रहेगा।
– शाम 7.00 से 8.30 बजे तक शुभ