जबलपुर। प्रदेश में डेंगू का कहर लगातार बढ़ता ही जा रही है। डेंगू की चपेट में अब जबलपुर का रांझी क्षेत्र भी आ गया है। यहां रोजाना डेंगू के नए मामले सामने आ रहे हैं। यहां लगातार मरीज सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। रांझी में डेंगू की चपेट में अब बड़ों के साथ बच्चे भी आने लगे हैं। इतना ही यहां डेंगू का खतरा इतना बढ़ गया कि इसके कहर से सीएसपी और थाना प्रभारी भी नहीं बच सके। जानकारी के मुताबिक क्षेत्र में सफाई न होने की वजह से डेंगू के मामले लगाता बढ़ रहे हैं। इस संबंध में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी द्वारा संभागीय अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा गया है। इस ज्ञापन में कहा गया है कि क्षेत्र में फागिंग मशीन से मच्छर मार दवा का ठीक से छिड़काव नहीं किया जा रहा है। इस कारण डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही ज्ञापन क्षेत्र के हर घर में मच्छर मार दवा का छिड़काव करने की अपील की गई है।
इन क्षेत्रों में भी बढ़ रहा है मच्छरों का आतंक
रांझी के अलावा कई अन्य इलाकों में भी मच्छरों का आतंक बढ़ रहा है। जिसमें कांचघर, अधारताल, रद्दीचौकी सहित कई जिले शामिल यहां शाम होते ही मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है। कई बार इस विषय में नगर निगम में शिकायत भी की गई है। लेकिन उसके बाद भी नगर निगम की न तो फॉगिंग मशीन चल रही है न दवाओं का छिड़काव को छिड़काव किया जा रहा है। जिस कारण डेंगू का कहर और बढ़ते जा रहा है।
कैसे फैलता है डेंगू
डेंगू चार किस्मों के वायरस के संक्रमण से फैलता है। यह वायरस मादा एडीस मच्छर के काटने शरीर में फैल जाता है। डेंगू केवल गंदे पानी ही नहीं बल्कि साफ पानी में भी फैलता है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के फैलने का खतरा बना रहता है। यह एक वायरस से होता है इसलिए इसकी कोई दवा या एंटीबायटिक नहीं है। डेंगू की चपेट में आने के बाद लोगों को तेज बुखार के साथ नाक बहना, खांसी, आखों के पीछे दर्द, जोड़ों के दर्द और त्वचा पर हल्के रैश जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इन लक्षणों के साथ ही कई बार लाल और सफेद निशानों के साथ पेट खराब, जी मिचलाना, उल्टी जैसी शिकायत भी इसमें देखने को मिलती है।