सिंगापुर। भारतीय मूल के 53 वर्षीय सिंगापुरी नागरिक को एक व्यक्ति की धार्मिक मान्यताओं को ठेस पहुंचाने और सार्वजनिक तौर पर शराब के नशे की हालत में पाए जाने के आरोप में शुक्रवार को यहां जेल की सजा सुनाई गई। मीडिया में आई एक खबर में यह जानकारी दी गई।
‘द स्ट्रेट टाइम्स’ ने खबर दी कि जसविंदर सिंह को 13 हफ्ते 13 दिन की सजा सुनाई गई जब उसने एक व्यक्ति की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाने के शब्दों को कहने और सार्वजनिक तौर पर नशे की हालत में मिलने का अपना दोष स्वीकार किया।
सजा देने के लिए उत्पीड़न और कोविड -19 नियमों के उल्लंघन के दो अन्य आरोपों पर भी विचार किया गया।खबर में बताया गया कि सिंह को 29 जून से सात अगस्त तक क्षमा मिलने के बाद जेल से रिहा ही किया गया था जब यह घटना हुई थी। 30 जून को वह शराब के नशे में एक सार्वजनिक बस में चढ़ा और उस दौरान उसने मास्क नहीं लगाया हुआ था।
बस के एक जगह रुकने पर, जसविंदर ने बस चालक के पास जाकर उसके कान में उसकी नस्ल के बारे में पूछा। बस चालक ने जब उसे बताया तो जसविंदर चालक पर चिल्लाने लगा और उसे आतंकवादी कहने लगा। उसने चालक के धर्म और उसकी मां को लेकर भी अपशब्द कहे।
करीब 10 मिनट बाद इंटरचेंज पर बस के पहुंचने के बाद भी वह ड्राइवर को चिढ़ाता रहा और नीचे उतरने के बाद मारपीट करने की चुनौती देता रहा। खबर में बताया गया कि उसने बस चालक को आतंकवादी कहा और उसके धर्म का अपमान किया। शुक्रवार को अदालत को बताया गया कि सिंह 2014 से बार-बार कानून की धज्जियां उड़ा रहा है।