श्योपुर। प्रदेश में बीते दिनों बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। हजारों लोग बारिश के कारण आई बाढ़ में फंस गए थे। ग्वालियर चंबल संभाग के साथ गुना अशोकनगर जिलों में बाढ़ ने भीषण तबाही मचाई थी। प्रदेश के श्योपुर जिले में बारिश जरूर थम गई है लेकिन बाढ़ की तबाही के बाद से यहां लोगों की परेशानियां अभी भी बनी हुई हैं। यहां नदियों का उफान तो धीरे-धीरे कम हो रहा है लेकिन बस्तियों में भरा हुआ पानी अभी भी वैसे का वैसा ही है। यहां रहने वाले लोग अपने रिश्तेदारों और होटलों में रहने के लिए मजबूर हैं। श्योपुर जिले की डॉक्टर कॉलोनी में अभी भी कई घर जलमग्न हैं। उसमें कीड़े मकोड़े पनप रहे हैं। दूसरों का इलाज करने वाले डॉक्टर अब यहां बीमारी फैलने से के कारण अपने ही घरों में नहीं रह पा रहे हैं। यहां रहने वाले लोगों के घरों में पानी भर जाने के कारण गृहस्थी का सामान पहले ही खराब हो चुका है। पानी निकासी नहीं होने की वजह से इस कॉलोनी में अभी भी पानी भरा हुआ है। यह बस्ती अभी भी तालाब की तरह भरी हुई है। यहां रहने वाले लोगों को सांप बिच्छू और कीड़े मकौड़ों का डर सता रहा है। यहां के रहवासी इस मामले की शिकायत भी कलेक्टर से कर चुके हैं। इसके बाद भी अभी तक किसी भी प्रशासनिक अधिकारियों ने यहां की सुध नहीं ली है।
रिश्तेदारों के यहां सोने को मजबूर हैं रहवासी…
श्योपुर शहर के जिला अस्पताल के सामने बनी डॉक्टर कॉलोनी में करीब 50 परिवार रहते हैं। बाढ़ के 14-15 दिन बीत जाने के बाद भी यहां से पानी की निकासी नहीं हो पाई है। इस कॉलोनी में अभी भी तालाब की तरह पानी भरा है। यहां के रहवासी 13-14 दिन से डर-डरकर परेशानियों से दिन काट रहे हैं। यहां शाम होते ही लोग डर के कारण अपने रिश्तेदारों या फिर होटल में जाकर रात बिता रहे हैं। बाढ़ के कई दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन ने यहां की सुध नहीं ली है। यहां पानी भरने के कारण लंबे समय से लोग परेशान हैं। पानी को लेकर यहां के लोगों ने कलेक्टर से भी शिकायत की है। इसके बावजूद भी यहां के रहवासियों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है।