नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ISRO के जीएसएलवी रॉकेट के भू-अवलोकन उपग्रह ईओएस-03 को कक्षा में स्थापित करने में बृहस्पतिवार को विफल रहने के बाद केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि इस उपग्रह के प्रक्षेपण का कार्यक्रम फिर से तय किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में राज्यमंत्री और अंतरिक्ष विभाग के प्रभारी सिंह ने कहा कि उन्होंने इसरो ISRO अध्यक्ष के. सिवन से मिशन को लेकर विस्तार से चर्चा की है। उन्होंने कहा कि प्रक्षेपण के पहले दो स्तर ठीक रहे लेकिन उसके बाद क्रायोजेनिक के ‘‘अपर स्टेज’’ में तकनीकी खामी आ गयी।
सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘इसरो अध्यक्ष डॉ. के. सिवन से बात की और विस्तार से चर्चा की। पहले दो चरण ठीक रहे, लेकिन उसके बाद क्रायोजेनिक अपर स्टेज में दिक्कत आ गयी। मिशन का कार्यक्रम फिर से तय किया जा सकता है।’’
Spoke to Chairman #ISRO, Dr K.Sivan and discussed in detail. The first two stages went off fine, only after that there was a difficulty in cryogenic upper stage ignition. The mission can be re-scheduled some time again. https://t.co/U5C0wTEHHv
— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) August 12, 2021
गौरतलब है कि बृहस्पतिवार को सुबह प्रक्षेपित किया गया जीएसएलवी रॉकेट देश के नए पृथ्वी अवलोकन उपग्रह ईओएस-03 को अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित करने में नाकाम रहा। इसके बाद इसरो ISRO को यह घोषणा करनी पड़ी कि मिशन संपन्न नहीं हो सका।