नई दिल्ली। कोरोना महामारी के दौरान देशभर के लाखों छात्रों की परीक्षा नहीं ली गई। बिना परीक्षा के ही छात्रों का आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर ही रिजल्ट तैयार किया गया है। वहीं अब कोरोना काल में पास हुए छात्रों के भविष्य को लेकर चिंता व्यक्त की जा रही है। इस चिंता का शिकार न सिर्फ बच्चे बल्कि अभिभावक भी शिकार हो रहे हैं। वहीं सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है कि कोरोना काल में 10वीं और 12वीं पास करने वाले छात्रों को सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। दरअसल, सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो के साथ एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है। इस मैसेज में कहा जा रहा है कि ”10वीं और 12वीं में प्रमोट होने वाले ध्यान दें, 10वीं और 12वीं के अंक पत्र सरकारी नौकरी में मान्य नहीं” TET में प्रमोट 10वीं और 12वीं मान्य नहीं”।
इस मैसेज में कहा जा रहा है कि कोरोना काल में पास हुए छात्रों की मार्कशीट सरकारी नौकरियों में मान्य नहीं किए जाएंगे। यह दावा बिल्कुल गलत है। इस मैसेज के तेजी से वायरल होने के बाद केंद्र सरकार की एजेंसी प्रेस इनफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने इस मैसेज का फैक्टचेक (@PBIFactCheck) किया है। पीआईबी ने इस मैसेज को फर्जी बताया है। PIB फैक्ट चेक ने इस संबंध में अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इसकी जानकारी साझा की है। पीआईबी ( PIB Fact Check) ने ट्वीट करते हुए बताया कि यह दावा बिल्कुल फर्जी है। केंद्र सरकार द्वारा ऐसा कोई निर्णय लिया गया है। साथ ही PIB ने ट्वीट लोगों से अपील भी की है कि कृपया इस तरह के मैसेज को शेयर न करें।
कोरोना काल में आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर किया पास…
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के कहर के चलते देशभर के 10वीं और 12वीं के छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन (10th 12th promoted students) के आधार पर पास किया गया है। वहीं कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए देशभर के छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट किया गया है। इसके बाद तमाम तरह की अफवाहें सोशल मीडिया पर साझा की जा रही है। हालांकि यह दावे झूठे हैं। कोरोना काल में पास होने वाले छात्रों की अंकसूची पूरी तरह से मान्य होगी। अंकसूची के मान्य नहीं होने के दावे फर्जी हैं जो सोशल मीडिया पर वायरल किए जा रहे हैं।