नई दिल्ली। श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का 30 August Janmashtami 2021 त्योहार यानी जन्माष्टमी इस वर्ष 30 अगस्त को मनाया जाएगा।
जब भी धरती पर किसी भी प्रकार का संकट आया है। भगवान श्री कृष्ण ने किसी न किसी रूप में अवतार लिया।
इस रूप की करें पूजा
ज्योतिषायार्चों की माने तो इस वर्ष भगवान कृष्ण की बाल रूप की जिसमें मां देवकी स्तनपान करा रहीं हों या मां लक्ष्मी कृष्णजी के चरण स्पर्श कर रहीं हों। इन दो रूपों की फोटो लगाकर पूजन करने के घर में धन—धान्य की वृद्धि होती है।
ऐसे करें व्रत व पूजन
1 — व्रत के एक दिन पहले हल्का भोजन लेकर ब्रहृमचर्य व्रत का पालन करें।
2 — सुबह जल्दी स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करके सूर्य, सोम, यम, काल, संधि, भूत, पवन, दिग्पति, भूमि, आकाश, खेचर, अमर और ब्रह्मादि को नमस्कार कर पूर्व या उत्तर दिशा में मुख करके बैठें।
3 जल, फल, कुश और गंध के साथ संकल्प करें।
4 -मध्याह्न के समय पर काला तिल मिलाकर पानी से स्नान कर देवकीजी के लिए ‘सूतिकागृह’ तय करें।
5 – इसके बाद विधि-विधान से पूजन कर देवकी, वासुदेव, बलदेव, नंद, यशोदा और लक्ष्मीजी का नाम लें। भजन-कीर्तन करें और प्रसाद बांटने के साथ आधी रात कृष्ण जन्म के साथ उत्सव बनाएं.