नई दिल्ली। उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ Quit India Movement की वर्षगांठ पर , सोमवार को लोगों से जातिवाद, संप्रदायवाद और लैंगिक भेदभाव जैसी सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने के लिए खुद को समर्पित करने और अधिक समावेशी तथा आत्मविश्वासी आत्मनिर्भर भारत बनाने की अपील की।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में देश में 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत हुई और इस आंदोलन ने अंग्रेजों से आजादी दिलाने में अहम भूमिका निभाई। आंदोलन शुरू होने के पांच वर्ष बाद 15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ था। आंदोलन के 79वर्ष पूरे होने पर उप राष्ट्रपति ने लोगों से, देश को औपनिवेशिक शासन से मुक्ति दिलाने के लिए आंदोलन में भाग लेने वाले भारत के वीर बेटों और बेटियों के अनगिनत बलिदानों को याद करने के अपील की।
उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा,‘‘ आइए हम भारत से गरीबी, निरक्षरता, असमानता, भ्रष्टाचार तथा जातिवाद, संप्रदायवाद और Quit India Movement लैंगिक भेदभाव जैसी सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने के लिए खुद को समर्पित करें।’’ नायडू ने कहा,‘‘ अधिक समावेशी तथा आत्मविश्वासी आत्मनिर्भर भारत बनाने की राह पर साथ मिल कर चलें।’’
On #QuitIndiaMovementDay, let us remember the countless sacrifices made by the brave sons & daughters of India who participated in the movement to free our motherland from colonial rule. #QuitIndiaMovement pic.twitter.com/0I9Zocz1wS
— Vice-President of India (@VPIndia) August 9, 2021