भोपाल। प्रदेश में पिछले दिनों से मूसलाधार बारिश (Shivpuri Me Badh) का कहर जारी है। कई जिलों में सैकड़ों गांव पानी में डूब गए हैं। वहीं हजारों लोगों को बाढ़ क्षेत्र से रेस्क्यू किया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है। इसके साथ ही भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मध्य प्रदेश के (Flood In MP) छह जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग (IMD Bhopal) ने मध्य प्रदेश के 17 जिलों में भारी बारिश का अनुमान जताते हुए येलो अलर्ट भी जारी किया है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है। आईएमडी भोपाल कार्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पी. के. साहा ने बताया कि प्रदेश के (Shivpuri Me Bhari Barish) छह जिलों राजगढ़, शाजापुर, आगर मालवा, मंदसौर, गुना एवं अशोकनगर में आगामी 24 घंटों में भारी से अति भारी बारिश के अनुमान के मद्देनजर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि इन छह जिलों में 64.5 मिलीमीटर से 204.4 मिलीमीटर तक बारिश (Rain In MP) होने का अनुमान है।
साहा ने बताया कि इसके अलावा, प्रदेश के 17 जिलों श्योपुर, मुरैना, भिण्ड, नीमच, ग्वालियर, शिवपुरी, दतिया, विदिशा, रायसेन, सीहोर, होशंगाबाद, धार, देवास, नरसिंहपुर, टीकमगढ़, निवाडी और सागर में आगामी 24 घंटों में भारी बारिश (Heavy Rain In MP) की आशंका के मद्देनजर येलो अलर्ट जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि इस दौरान इन 17 जिलों में 64.5 मिलीमीटर से 115.5 मिलीमीटर तक बारिश का अनुमान है। साहा ने बताया कि ये दोनों अलर्ट बृहस्पतिवार सुबह से शुक्रवार सुबह तक प्रभावी रहेंगे। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में प्रदेश के चाचौडा एवं भानपुरा में सबसे अधिक 11-11 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई, जबकि नटेरन, कुंभराज, सिलवानी, लटेरी एवं गंजबासौदा में नौ-नौ सेंटीमीटर, बेगमगंज, ग्यारसपुर एवं पठानी में आठ-आठ सेंटीमीटर, केसली एवं जैसीनगर में सात-सात सेंटीमीटर, रेहली, राहतगढ़, बामौरी, राघौगढ़, उदयपुरा एवं ब्यावरा में छह-छह सेंटीमीटर और गुना में पांच सेंटीमीटर बारिश हुई है। इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मॉनसून के दौरान चार जिलों में बहुत अधिक बारिश हुयी जबकि तीन जिलों में अधिक बरसात दर्ज की गयी।
दो जिलों में भीषण बारिश…
शिवपुरी और ग्वालियर चंबल संभाग के कुछ जिलों में तेज बारिश के पानी में कई गांव पूरी तरह डूब गए। कई जगह बाढ़ में लोग फंसे रहे। लोगों का रेस्क्यू करने के लिए सरकार को सेना के जवानों को उतारना पड़ा। बीते दो दिनों में सेना के जवानों हजार से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू किया है। शिवपुरी में तेज बारिश (Shivpuri Flood) में नदी पर बना पुल बह गया। साथ ही शिवपुरी जिले के पाढरखेड़ा स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर पानी भर गया। ट्रैक डूब जाने के बाद से ट्रेनों का यातायात प्रभावित हुआ है। यहां पहाड़ों से आया तेज पानी ट्रैक के नीचे की मिट्टी बहा ले गया। इस कारण यहां ग्वालियर से रतलाम जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस (Intercity Express) रात भर जंगलों में खड़ी रही। इसके साथ ही कई ट्रेनों को ट्रैक पर पानी भरने के कारण डायवर्ट किया गया है। करीब 1600 लोगों को पानी फंसने के बाद रेस्क्यू किया गया।
कई जिलों में भारी बारिश (Heavy Rain In MP) ने काफी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए सीएम शिवराज सिंह ने कई जगहों पर सेना की टीम भी उतारी है। हैलीकॉप्टर से लोगों का रेस्क्यू किया गया है। मंगलवार और बुधवार को को एसडीईआरएफ, एनडीईआरएफ की टीम ने 1600 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू किया है। ये सभी लोग बाढ़ के पानी में फंसे हुए थे। एयरफोर्स के पांच हेलीकॉप्टर्स ने ग्वालियर एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। यहां पहुंचे वायुसेना के जवानों को बाढ़ में फंसे लोगों का रेस्क्यू किया है। सीएम शिवराज बाढ़ में फंसे लोगों का रेस्क्यू करने पर पूरी नजर बनाए रहे। वहीं सीएम शिवराज सिंह ने बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों से अपील करते हुए कहा कि सतर्क रहें। प्रशासन आपकी चिंता कर रहा है। हर संभव मदद की जाएगी। बाढ़ में फंसे लोगों के राहत शिविर और भोजन की व्यवस्था की गई है। वहीं बांधों की अफवाह पर विराम लगाते हुए कहा कि परेशान न हों सभी बांध सुरक्षित हैं। अफवाहों पर ध्यान न दें।