ब्रह्मपुर। ओडिशा के सबसे पुराने कॉलेजों में से एक खल्लीकोट ऑटोनॉमस कॉलेज Khallikote Autonomous College को ‘एकल विश्वविद्यालय’ का दर्जा दिया गया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। एकल विश्वविद्यालय या ‘यूनिटरी यूनिवर्सिटी’ ऐसा विश्वविद्यालय होता है जो एकल ईकाई के तौर पर काम करता है और इससे कोई अन्य कॉलेज संबद्ध नहीं होता है।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गंजाम जिले के बेरहामपुर शहर में स्थित 165 साल पुराने कॉलेज को मई में एकल विश्वविद्यालय का दर्जा दिए जाने की घोषणा की थी। एक अधिकारी ने कहा कि, कर्मियों की कमी समेत कुछ Khallikote Autonomous College विश्वविद्यालयों की मौजूदा समस्याओं का धीरे-धीरे समाधान किया जाएगा, वहीं नए शिक्षकों की भर्तियां की जाएंगी।
संस्था को 1856 में बेरहामपुर में एक स्कूल के रूप में शुरू किया गया था और 1878 में यह एक इंटरमीडिएट कॉलेज बन गया था। 1990 में इसे स्वायत्तता प्रदान की गई थी। कॉलेज की वेबसाइट के अनुसार इसे 2017 में राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) से ‘ए’ ग्रेड मिला।
बेरहामपुर के सांसद चंद्र शेखर साहू ने कहा, ‘‘इस कॉलेज को एकल विश्वविद्यालय Khallikote Autonomous College का दर्जा देने से दक्षिणी ओडिशा के लोगों की आकांक्षाएं पूरी हुई हैं।’’ उन्होंने कहा कि इससे एक नई शैक्षणिक यात्रा की शुरुआत होगी और अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमें आशा है कि नया विश्वविद्यालय समकालीन विषयों में अनुसंधान गतिविधियों के साथ छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेगा।’’
उन्होंने कहा कि खल्लीकोट कॉलेज राज्य के सबसे पुराने और प्रसिद्ध कॉलेजों में से एक है, जिसकी एक समृद्ध शैक्षणिक परंपरा रही है। कॉलेज के भूतपूर्व छात्र रहे साहू ने कहा कि, इसके कई पूर्व छात्रों ने खुद को विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित किया है। कॉलेज में छात्र संख्या वर्तमान में लगभग 5,000 है। कॉलेज 21 विभिन्न विषयों में शिक्षा प्रदान करता है, जिसमें छह स्व-वित्तपोषित Khallikote Autonomous College पाठ्यक्रम शामिल हैं।
अधिकारियों ने कहा कि खल्लीकोट क्लस्टर विश्वविद्यालय (केसीयू) Khallikote Autonomous College के कुलपति पीके मोहंती नए विश्वविद्यालय के ओएसडी के रूप में कार्य करेंगे। सरकार ने केसीयू का विलय बेरहामपुर विश्वविद्यालय में करने का भी फैसला किया है। उन्होंने बताया कि, यह अक्टूबर से प्रभावी होगा। उन्होंने कहा कि, केसीयू के सभी नियमित कर्मचारियों को बेरहामपुर विश्वविद्यालय में नियमित कर्मचारियों के रूप में समाहित किया जाएगा।