बस्त। छत्तीसगढ़ में पुलिस ने नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग में प्रकृति और स्थानीय लोगों से जुड़ने के लिए विशाल पौधारोपण अभियान की शुरुआत की है। इस इलाके में सुरक्षाकर्मी गत तीन दशक से वामपंथी उग्रवाद से लड़ रहे हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है कि रविवार को ‘पोथला उर्सकना’ नाम से नौ दिवसीय पौधारोपण अभियान की शुरुआत की गई, जिसका गोंड बोली में मतलब होता है ‘पौधारोपण उत्सव।’
इस दिन होगा अभियान का समापन
इस अभियान का समापन 9 अगस्त को ‘विश्व आदिवासी दिवस’ के दिन होगा और इस दिन मंडल के अंतर्गत सात जिलों में स्थित पुलिस के 250 परिसरों में करीब 11 हजार पौधों को रोपा जाएगा। जानकारी के मुताबिक इन परिसर में पुलिस थाने, शिविर, आवासीय कॉलोनी और पुलिस अधिकारियों के कार्यालय शामिल हैं। पुलिस महानिरीक्षक के मुताबिक बस्तर रेंज में सात जिले- बस्तर, कांकेर, कोंडगांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा- आते हैं। इस अभियान के कई उद्देश्य है। यह पुलिस कर्मियों के लिए प्रकृति और स्थानीय लोगों को अभियान में शामिल कर उनके साथ एक रिश्ता कायम करने का माध्यम बनेगा।