उज्जैन। प्रदेश के उज्जैन (Ujjain) जिले को स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है। वहीं शहर के विस्तारी करण का काम जारी है। साथ ही महाकाल मंदिर में भी काम चल रहा है। मंदिर परिसर में विस्तारीकरण के काम दौरान खुदाई में नरकंकाल (Ujjain me Mile Narkankal) मिलने से हड़कंप मच गया। यहां खुदाई कर रहे मजदूरों का पसीना छूट गया। मंदिर परिसर में खुदाई के दौरान मिले नरकंकाल और हड्डियां देखकर मजदूर घबरा गए। यह नजारा देख वहां हड़कंप मच गया। हालांकि अभी इसकी जांच नहीं हो पाई है कि इन नरकंकालों (Narkankal) का किससे संबंध है। अब इन नरकंकालों की जांच की जाएगी। इस जांच में यह पता लगाया जाएगा कि यह कितने पुराने हैं।
पुरातत्वविदों का कहना है कि ये नरकंकाल या तो मुगलों के अत्याचार का प्रमाण हो सकते हैं। या फिर साधु संतों के अवशेष भी हो सकते हैं। बता दें कि बीते दिनों यहां खुदाई के दौरान मूर्तियां मिलीं थीं। अब यहां से नरकंकाल मिले हैं। हालांकि इनकी फॉरेंसिक जांच के बाद ही यह पता चल पाएगा कि ये कितने पुराने हैं। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब इंदौर में खुलाई के दौरान नरकंकाल मिले हों। इससे पहले भी यहां नरकंकाल मिल चुके हैं। 2012 -13 में सिंहस्थ के लिए महाकाल मंदिर में बनायी जा रही टनल की खुदाई के दौरान भी तीन नरकंकाल (Mahakal Mandir Parisar me mile Narkankal) मिले थे। हालांकि तब इन नरकंकालों की जांच नहीं की गई थी। उस समय सिंहस्थ के शोर में यह बात दब गई थी।
अब की जाएगी फॉरेंसिक जांच…
खुदाई कर रहे शोधकर्ता डॉ गोविंद सिंह (Govind Singh) ने मीडिया को बताया कि मंदिर परिसर (Mahakal Mandir Parisar) के अग्र भाग में खुदाई के दौरान मानव नर कंकाल और उसकी हड्डियां मिली हैं। हालांकि यह सामान्य बात है। इन कंकालों की जांच की जाएगी। यहां से 1000 साल पुराना मंदिर का ढ़ांचा भी निकला है। उस समय की इन पुरातत्व धरोहरों से यह पता चलता है कि मुगलों ने जब मंदिरों पर हमला कर लूटपाट की थी उसके प्रमाण इन मंदिरों में मिल रहे हैं। उस समय मुगल आतताइयों ने नरसंहार भी किए थे।
हालांकि अभी इस बात को पक्का नहीं कहा जा सकता है। इन कंकालों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। इसके बाद ही इसके बारे में जानकारी मिल सकती है। बता दें कि अब तक मंदिर की खुदाई के दौरान 11 वीं शताब्दी का परमार कालीन मंदिर, शिव परिवार की मूर्तियां, मंदिर स्थापत्य खंड उसके भाग, वास्तु खंड, मंजरी, कलश, आमलक, मंदिर के ऊपर 6 फ़ीट का मिटटी का डिपोसिट मिल चुका है। साथ ही खुदाई के दौरान हड्डियां भी मिलीं हैं। अब इनकी जांच के बाद ही पूरी बात साफ हो सकेगी।