छिंदवाड़ा। बारिश का मौसम आते ही नदियों और नालों में उफान देखने को मिलता है। ऐसे में बरसात के मौसम में पुल और संकरी गलियों से निकलने की मनाही रहती है। इसके बावजूद भी कई बार पानी से भरे रास्तों में गाड़ियां फंसने की खबरें आती रहती हैं। इसी तरह का मामला प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से सामने आया है। यहां एक नदी के ऊपर बनी पुलिया पर छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ का काफिला फंस गया। नकुलनाथ के काफिले के साथ चल रही एक कार यहां पुल पर गहरे पानी में फंस गई। हालांकि यहां किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ है।
वहीं एक बड़ा हादसा टल गया है। पानी में फंसी गाड़ी को पहले तो दूसरी कार से खींचकर बाहर निकालने की कोशिश की गई। लेकिन जब सफलता नहीं मिली तो ग्रामीणों ने रस्सी से बांधकर गाड़ी को बाहर खींचा। बता दें कि यह घटना छिंदवाड़ा-नागपुर के बीच देवी बड़ोसा में स्थित पुलिया पर हुई है। बरसात के कारण इस पुलिया पर करीब डेढ़ फीट पानी बह रहा था। गुरुवार को यहां सांसद नकुलनाथ का काफिला पुलिया पर भरे पानी को नजरअंदाज करते हुए निकला। लेकिन काफिले की एक गाड़ी पानी में फंस गई।
गुरुचरण खरे की थी गाड़ी
यह गाड़ी राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त मप्र एससी आयोग के सदस्य गुरुचरण खरे की थी। खरे हाल ही में दिल्ली से लौटकर तीन दिवसीय दौरे पर थे। खरे कमलनाथ के काफिले के साथ शामिल थे। खरे की गाड़ी फंसने के बाद आनन-फानन में उन्हें बाहर निकाला गया। वह छिंदवाड़ा से नकुलनाथ के साथ नागपुर जा रहे थे। कड़ी मशक्कत के बाद खरे की गाड़ी निकाली गई। हालांकि खरे को पूरी तरह सुरक्षित निकाल लिया गया था। वहीं पानी में फंसी कार को भी निकाल लिया गया। खरे को दूसरी गाड़ी से नागपुर भेजा गया है। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि कार पानी के बहाव में फंसी थी। इससे बड़ा हादसा हो सकता था।
हालांकि खरे की कार से पहले नकुलनाथ के काफिले की कारें यहां से निकल चुकी थी। वहीं खरे की कार फंसने के बाद मौके पर मौजूद अन्य गाड़ियों से कार को खींचकर निकालने का प्रयास किया गया। हालांकि कार पानी के बहाव के कारण कार को नहीं निकाला जा सका। इसके बाद आस-पास के ग्रामीणों की मदद से कार को रस्सी से बांधकर बाहर निकाला गया। बता दें कि बीते दिनों बारिश के कारण यहां की नदियों में उफान है। इसी कारण देवी बड़ोसा के पास बनी इस नदी में भी पानी तेज था और पुल के करीब डेढ़ फीट ऊपर बह रहा था।