रीवा। देश में आज इस डिजिटल दौर में पुरुष और महिलाओं में लिंगभेद काफी कम हो गया है। अब स्कूलों से लेकर कॉलेज में छात्र और छात्राओं में भी कोई भी भेद नहीं है। देश के ग्रामीण अंचल में भी अब छात्र और छात्राएं एक ही कक्षा में बैठकर पढ़ाई करते हैं। ऐसे में प्रदेश के रीवा जिले से एक अच्छी खबर आई है। रीवा का सैनिक स्कूल अब नया इतिहास लिख रहा है। यहां अब लड़कियों को भी प्रवेश दिया जा रहा है। मंगलवार से इसकी शुरुआत हो चुकी है। मंगलवार को रीवा के सैनिक स्कूल में 12 छात्राओं को दाखिला दिया गया। अभी तक इस स्कूल में केवल छात्रों को ही एडमिशन दिया जाता था। अब इस स्कूल के गेट छात्राओं के लिए भी खोल दिए गए हैं। चालू सत्र वर्ष 2021- 22 के सत्र में पहली बार रीवा के सैनिक स्कूल में 12 छात्रों को एडमिशन दिया गया है। स्कूल के अंदर ही छात्राओं के लिए छात्रावास भी बनवाया गया है। मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने इसका फीता काटकर शुभारंभ किया और छात्राओं का प्रवेश कराया।
छात्रावास की भी व्यवस्था…
बता दें कि रीवा सैनिक स्कूल के इतिहास में यह पहला मौका है जब छात्राओं को भी इसमें प्रवेश दिया जा रहा है। 12 छात्राओं का यह पहला बैच होगा जो यहां प्रशिक्षण लेगा। यहां छात्राओं के लिए पूरी व्यवस्थाएं की गई हैं। छात्राओं को ठहरने के लिए छात्रावास भी बनाया गया है। रीवा जिले में बना सैनिक स्कूल भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त प्रदेश के एक मात्र सैनिक स्कूल है। इस स्कूल में अभी तक केवल छात्रों को प्रवेश दिया जाता था। अब यहां छात्राओं को भी प्रवेश दिया जाने लगा है। इस स्कूल से पढ़े कई छात्र आज देश की सेना में उच्च पदों पर कार्यरत हैं।