नयी दिल्ली, विपक्षी दल सोमवार से आरंभ हुए संसद के मानसून सत्र में किसान आंदोलन समेत विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं। मानसून सत्र की पहले दिन की कार्यवाही आरंभ होने से पहले संसद भवन में विपक्षी नेताओं ने सरकार को घेरने की रणनीति तय करने के लिए बैठक की।
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस भी जासूसी के मुद्दे समेत कई मुद्दों को संसद के दोनों सदनों में उठाने की तैयारी में है। पार्टी सांसद मनीष तिवारी ने किसानों के आंदोलन के मुद्दे पर सोमवार को लोकसभा में कार्य स्थगन का नोटिस दिया। तिवारी ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों की चिंताओं को दूर करने या तीनों कृषि कानूनों का कोई ठोस विकल्प पेश करने में विफल रही।
उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को संबोधित नोटिस में कहा, ‘‘आंदोलन के दौरान करीब 300 किसानों की मौत हो गई। यह अत्यंत लोक महत्व का विषय है और इसलिए मैं आपसे इस मुद्दे को उठाने की अनुमति चाहता हूं।’’
माकपा सांसद इलामरम करीम और वी शिवदासन ने किसान आंदोलन के मुद्दे पर राज्यसभा में नियम 267 के तहत कार्य स्थन का नोटिस दिया। भाकपा के विनय विश्वम ने ‘पिगैसस’ जासूसी मामले पर राज्यसभा में कार्य स्थगन का नोटिस दिया।