धार। भारी भ्रष्टाचार के संदेह में लोकायुक्त पुलिस ने मध्य प्रदेश के एक नगर निकाय के सहायक इंजीनियर के इंदौर और धार स्थित घरों पर शनिवार को छापे मारे। अधिकारियों ने बताया कि छापों में 500 ग्राम स्वर्ण आभूषण और एक किलोग्राम रजत आभूषणों के साथ ही सहायक इंजीनियर की वैध आय से कहीं ज्यादा चल-अचल संपत्ति के सुराग पाए गए हैं। लोकायुक्त पुलिस के उपाधीक्षक (डीएसपी) प्रवीण सिंह बघेल ने बताया कि धार की नगर पालिका परिषद में पदस्थ सहायक इंजीनियर देवेंद्र कुमार जैन के खिलाफ शिकायत मिली थी कि उन्होंने भ्रष्ट तरीकों से काफी संपत्ति अर्जित की है। इस शिकायत पर इंदौर और धार में उनके तीन घरों पर छापे मारे गये।
बघेल ने बताया कि छापों में सहायक इंजीनियर के घरों से सोने के 500 ग्राम वजनी जेवरात और चांदी के एक किलोग्राम वजनी आभूषण मिले हैं। उन्होंने बताया कि जैन के धार स्थित सरकारी निवास से 26 अचल संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं, जिनमें अलग-अलग स्थानों पर उनके परिजनों के मालिकाना हक वाली कृषि भूमि और मकान शामिल हैं। इन संपत्तियों के बारे में जांच की जा रही है। डीएसपी ने बताया कि सहायक इंजीनियर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। उसकी बेहिसाब संपत्ति का विस्तृत मूल्यांकन जारी है। वहीं लोकायुक्त विभाग की टीमें अभी दस्तावेजों की जांच में जुटी हैं।
स्कूटी या पैदल चलता था इंजीनियर…
जानकारी के मुताबिक इंजीनियर देवेंद्र कुमार जैन अपने पैसों को छुपाकर रखता था। इन पैसों का दिखावा नहीं करता था। जैन अक्सर पैदल या फिर स्कूटी से सफर करता था। हालांकि जैन का घर करीब एक करोड़ का बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक अब तक प्रारंभिक जांच में इंजीनियर के घर से करीब 5 करोड़ की संपत्ति मिल चुकी है। जैन अगले एक साल में रिटायर होने वाले थे। जैन का बेटा भी प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है। जानकारी के मुताबिक जैन फील्ड में निरीक्षण करने के लिए स्कूटी से जाया करते थे। इतना ही नहीं कई बार वह अपने पैसों को छिपाने के लिए निरीक्षण पर अपने से निचले कर्मचारियों की स्कूटी ले जाया करते थे। अब लोकायुक्त ने जैन के घर छापा मारा है।