लखनऊ। (भाषा) कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने शनिवार को मांग की कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हाल ही में हुए पंचायत चुनाव रद्द कर फिर से चुनाव कराये जाएं। उन्होंने उन दो महिलाओं से भी मुलाकात की, जिनके साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से दुर्व्यवहार किया था। राज्य में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर अपने लखनऊ दौरे के दूसरे दिन प्रियंका लखीमपुर खीरी जिले के पथगावा प्रखंड के सेमरा गांव पहुंचीं। गौरतलब है कि नौ जुलाई को समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनकी पार्टी की उम्मीदवार रितु सिंह और उनकी प्रस्तावक अनीता यादव के साथ दुर्व्यवहार किया।
.. पंचायत चुनाव में भाजपा द्वारा की गयी हिंसा की शिकार अपनी सभी बहनों, नागरिकों के न्याय के लिए मैं राज्य चुनाव आयोग को पत्र लिखूँगी। 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 17, 2021
दावा किया था कि भाजपा के कार्यकर्ताओं ने रितु और अनीता की साड़ियां खींची थीं। प्रियंका ने शनिवार को रितु सिंह और अनीता यादव से भी मुलाकात की। मुलाकात के दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी मौजूद थे। प्रियंका ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं उनसे मिलने इसलिये आयी हूं,क्योंकि वे एक महिला हैं, वे मेरी बहन हैं और मैं उन्हें यह बताना चाहती हूं कि देश और इस प्रदेश की एक-एक महिला उनके साथ खड़ी है। एक दिन आप (दोनों महिलाएं) नामांकन पत्र दाखिल करेंगी और चुनाव में विजयी होंगी। आपको लड़ना होगा, और हम सब आपके लिए लड़ेंगे।’’ कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘यह लोकतंत्र की लड़ाई है। हमारे लोकतंत्र में महिलाओं को आरक्षण दिया गया ताकि उनके अधिकारों को बरकरार रखा जा सके। स्थिति ऐसी हो गई है कि एक महिला नामांकन पत्र दाखिल करने गई और उसके साथ मारपीट की गई। य
ह लोकतंत्र नहीं है। मैं मांग करती हूं कि इस चुनाव को रद्द कर दिया जाए और उन सभी जगहों पर जहां इस तरह की घटनाएं हुई हैं, दोबारा मतदान कराया जाए। गौरतलब है कि नौ जुलाई को लखीमपुर खीरी जिले के पसगवां विकास खंड में क्षेत्र पंचायत प्रमुख के नामांकन के दौरान सपा की उम्मीदवार के साथ कथित अभद्रता, साड़ी खींचने और नामांकन पत्र फाड़ने के मामले में संबंधित क्षेत्र के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) , पसगवां के थाना प्रभारी (एसएचओ), चौकी प्रभारी एक निरीक्षक और तीन उप निरीक्षकों समेत कुल छह पुलिस अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मामले को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा को कटघरे में खड़ा किया था। इस मामले में सपा के उम्मीदवार की शिकायत पर पसगवां पुलिस में बृहस्पतिवार को एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।