विदिशा। विदिशा जिले में आने वाले गंजबासौदा के गांव में कुआं धंसने के बाद लंबे समय तक रेस्क्यू जारी रहा। यहां कड़ी मशक्कत के बाद कुएं के मलबे में दबे 11 शवों को निकाल लिया गया है। वहीं 15 लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस हादसे में करीब 20 लोगों को बचाया गया है। वहीं 11 लोगों की मौत हो गई है। रेस्क्यू में सबसे आखिरी में 10 साल के बच्चे रवि का शव निकाला गया है। इस हादसे में एक पिता-पुत्र की भी मौत हो गई है। यह हादसा गंजबासोदा के पास लालपठार नाम के गांव में हुआ था। यहां गुरुवार को शाम करीब 6 बजे एक 10 साल का बच्चा रवि कुएं में गिर गया था। जिसे बचाने के लिए कुएं के मुहाने पर लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। भीड़ ज्यादा होने के कारण यहां कुआं धंस गया था।
धंसने से इस कुएं में करीब 30 लोग मलबे में दब गए थे। इसकी जानकारी प्रशासन को मिलने को बाद मौके पर बचाव दल के दस्ते पहुंचे थे। लंबे समय तक क्रेन मशीनों और बचाव दलों के अमले की कड़ी मशक्कत के बाद मलबे से 11 लोगों के शव निकाल लिए गए हैं। वहीं 20 लोगों को गंभीर हालत में निकाला गया है। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे में सबसे पहले कुएं में गिरने वाले बच्चे रवि का शव सबसे बाद में निकाला गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने कुएं के पास 1 किमी का एरिया सील कर दिया है। विदिशा जिले के प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग भी मौके पर पहुंच गए थे। साथ ही सीएम शिवराज सिंह ने भी विदिशा में रहकर पूरे मामले का जायजा लिया है।
सीएम ने मुआवजे का किया ऐलान…
हादसे के बाद सीएम शिवराज समेत सभी नेताओं ने मामले पर दुख जताया है। सीएम शिवराज सिंह ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए देने का ऐलान किया है। यहां शुक्रवार की रात को रेस्क्यू पूरा हो गया है। रेस्क्यू के दौरान यहां अधिकारियों को ग्रामीणों का रोष भी देखने को मिला है। यहां मंत्री विश्वास सारंग समेत सभी अधिकारी मौजूद रहे। वहीं सीएम शिवराज सिंह ने भी हादसे की जानकारी मिलने के बाद दिल्ली का दौरा रद्द कर दिया था। सीएम शिवराज सिंह विदिशा में बैठकर हादसे का पूरा अपडेट ले रहे थे। अब 11 शवों को मलबे से निकाला जा चुका है। वहीं 20 लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। जहां उनका इलाज किया जा रहा है। हादसे में भाजपा और कांग्रेस नेताओं ने दुख जताया है।