भोपाल। मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है। सरकार के कई प्रयासों के बाद भी भ्रष्टाचारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। प्रदेश में आए दिन रिश्वत खोरी के मामले सामने आते हैं। रिश्वत खोरी का ऐसा ही एक मामला सामने आया है प्रदेश की राजधानी भोपाल से जहां लोकायुक्त की टीम ने रोजगार सहायिका और उनके पति को 20,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। दरअसल 8 जुलाई को फरियादी ने लोकायुक्त पुलिस से शिकायत की थी कि रोजगार सहायिका नीतू भार्गव ने ग्राम पंचायत दिल्लौद में चल रहे निर्माण कार्य के बिल को मंजूर करने के बदले उससे 20 हजार की रिश्वत मांगी थी फरियादी के मुताबिक इससे पहले भी सहायिका नीतू भार्गव उससे पैसे ले चुकी हैं। वहीं सहायिका नीतू भार्गव यह रिश्वत के पैसे अपने शिक्षक पति विनय के जरिए लेती थी।
लोकायुक्त ने बनाया प्लान
फरियादी की शिकायत पर लोकायुक्त ने प्लान बनाया और फरियादी को 20,000 रूपये की रकम के साथ सहायिका नीतू भार्गव के घर भेजा। वहीं फरियादी ने जैसे ही रकम रोजगार सहायिका नीतू भार्गव और उनके पति को दी उतने में लोकायुक्त की टीम वहां आ गई और सहायिका नीतू भार्गव और उनके पति को 20,000 रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया। इस पूरे मामले में लोकायुक्त पुलिस का कहना है कि आरोपियों पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।