इंदौर। कोरोना का कहर थमने के बाद ही राजनीति में हलचल तेज हो गई है। हाल ही में पीएम मोदी की कैबिनेट पुर्नगठन खूब चर्चाओं में रही। मोदी ने मंगलवार को कई केंद्रीय मंत्रियों से इस्तीफे लिए हैं। वहीं कई नए मंत्री केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए गए हैं। अब पीएम मोदी की कैबिनेट रीशफल (Cabinet reshuffle) का कांग्रेस ने अनूठा विरोध किया है। कांग्रेस ने भाजपा सरकार (BJP Government) पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि पीएम मोदी ने अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए अपने 12 मंत्रियों (central ministers) की बलि चढ़ा दी है।
इसी को लेकर कांग्रेस ने राजनीतिक बलि चढ़ाए गए मंत्रियों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देकर विदाई दे डाली। कांग्रेस के प्रदेश सचिव विवेक खंडेलवाल ने मीडिया को बताया कि सरकार की बीते 7 साल की नाकामियों का ठीकर पीएम मोदी ने अपने मंत्रियों के सिर पर फोड़ दिया है। खंडेलवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुद इस नाकामी का जिम्मे लेते हुए पद से इस्तीफा देना चाहिए था। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन सिंह का इस्तीफा इस बात को साबित करता है कि कोरोना काल में लाखों लोगों की जान न बचा पाने के चलते दोषी है।
पेट्रोल की कीमतों बता रही विफलता
वहीं पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) का विभाग बदलना भी इस बात की तरफ इशारा करता है कि डीजल-पेट्रोल की दरों पर नियंत्रण करना सरकार के हाथों में नहीं है। वहीं केंद्र सरकार के दो मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और रविशंकर प्रसाद सरकार की विफलताओं का ब्रांडअंबेसडर कहलाए जाने लगे हैं। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि मंत्रियों को हटाना या फिर विभागों में फेरबदल करना इस बात की तरफ इशारा करता है कि मोदी सरकार पिछले 7 सालों में हर मोर्चे पर विफल रही है।
इसी को देखते हुए कांग्रेस ने शुक्रवार को इंदौर में एक ठेले पर 12 मंत्रियों की फोटो लगाकर लोगों से फूलमाला डलवाई। साथ ही लोगों ने श्रद्धांजलि देकर भावपूर्ण विदाई दी। इतना ही नहीं कांग्रेसियों ने इस ठेले को पूरे क्षेत्र में घुमाया है। बता दें कि बीते दिनों मोदी सरकार ने अपने केंद्रीय मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल किया है। इस फेरबदल में कई मंत्रियों से इस्तीफा ले लिया गया। वहीं कई मंत्रियों के विभाग भी बदले गए। कई नए मंत्रियों को मंत्रिमंडल में जगह दी है। इनमें मप्र के भी दो बड़े नेता शामिल हैं।