चित्रकूट। कोरोना महामारी थमने के बाद अब चुनावी चर्चाएं एक बार फिर जोर पकड़ रही हैं। केंद्र में राजनीति काफी गर्माई हुई है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट रीशफल खूब चर्चा में रही। वहीं चित्रकूट में आज से आरएसएस का चिंतन शिविर शुरू होने जा रहा है। इसको लेकर यहां संघ प्रमुख मोहन भागवत तीन दिनों से जमे हुए हैं। रामजन्मभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष चंपत राय भी गुरुवार को यहां पहुंच गए हैं। आज से इस शिविर की बैठकें शुरू हो जाएंगी। यह शिविर 12 जुलाई तक जारी रहेगा। इस शिविर में उप्र समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों पर भी चर्चा की जाएगी। साथ ही अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के अलावा देश की शिक्षा नीति पर भी शिविर में बात की जाएगी। इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत 8 जुलाई को ही चित्रकूट पहुंच चुके हैं। यहां आज से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक बुलाई गई है। बैठक में संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले सहित सभी सह सरकार्यवाह भी शामिल होंगे।
प्रचारकों की भी होगी बैठक
प्रांत प्रचारकों की इस बैठक के बाद 11 और 12 जुलाई को देश के सभी प्रचारकों की भी मीटिंग आयोजित की जा रही है। कोरोना महामारी को देखते हुए यह बैठक ऑनलाइन आयोजित की जा रही है। इस बैठक में 300 प्रचारक ऑनलाइन माध्यम से जुड़ेंगे। बता दें कि आरएसएस की इन बैठकों को लेकर राज्यों के विधानसभा चुनावों की रणनीति के भी कयास लगाए जा रहे हैं। दरअसल अगले साल 2022 में देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव आयोजित किए जाने हैं। इन राज्यों में उत्तर प्रदेश, गोवा, मणिपुर, पंजाब और उत्तराखंड शामिल हैं। इन सभी राज्यों में उत्तर प्रदेश के चुनाव काफी अहमियत रखते हैं। यूपी के विधानसभा चुनावों को देखते हुए यह बैठक काफी खास मानी जा रही है। हालांकि यह बैठक हर साल होती है लेकिन चुनाव का समय नजदीक होने से इस बैठक की अहमियत बढ़ जाती है।
प्रचारकों के प्रभार में हो सकता है बदलाव…
सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में प्रांत स्तर की जिम्मेदारी संभाल रहे प्रचारकों के प्रभार में बदलाव को लेकर भी चर्चा की जा सकती है। वहीं हाल ही में मतांतरण के मामलों का भी खुलासा हुआ है। जानकारी के मुताबिक आरएसएस की इस बैठक में इस मुद्दे पर भी चर्चा हो सकती है। बता दें कि अगले साल यूपी में विधानसभा चुनाव आयोजित होने हैं। इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। हाल ही में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली का दौरा किया था। साथ ही उन्होंने पीएम मोदी से भी मुलाकात की थी। अब माना जा रहा है कि आरएसएस की इन बैठकों को सीधे चुनावों को लेकर चर्चा की जा रही है।