नई दिल्ली। केंद्र सरकार पूरे देश में COVID-19 वैक्सीनेशन की स्पीड बढ़ाने के लिए लगातार इसके दायरे को बढ़ा रही है। कोविड वैक्सीनेशन का नया चरण 21 जून 2021 से शुरू हुआ है। केंद्र सरकार ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन डोज की उपलब्धता सुनिश्चित करके औपर वैक्सीन सप्लाई को बेहतर करके वैक्सीननेशन ड्राइव तेज करने की कोशिश कर रही है। नेशन वाइड वैक्सीनेशन प्रोग्राम के हिस्से के रूप में केंद्र सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मुफ्त में वैक्सीन की डोज उपलब्ध करा रही है।
भारत सरकार ने अब तक राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को 31.83 करोड़ (31,83,36,450) से ज्यादा वैक्सीन की डोज फ्री चैनल के जरिए उपलब्ध कराई हैं। इसमें वैक्सीन वेस्ट समेत कुल खपत 31,04,91,565 डोज (आज सुबह 8 बजे उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक) है। 78 लाख से ज्यादा (78,44,885) COVID वैक्सीन डोज अभी भी राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों के पास उपलब्ध हैं। इसके अलावा 15,18,560 से ज्यादा वैक्सीन की डोज अभी पाइपलाइन में हैं।
#COVID19 | More than 31.83 crore (31,83,36,450) vaccine doses have been provided to States/UTs so far. Of this, the total consumption, including wastages is 31,04,91,565 doses as per data available at 8 am today: Union Health Ministry
— ANI (@ANI) June 29, 2021
डेल्टा प्लस पर प्रभावी वैक्सीन
वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट को लेकर चिंता के बीच पॉल ने कहा कि अबतक ऐसा कोई वैज्ञानिक आंकड़ा नहीं है, जिससे यह स्थापित हो कि यह एक से दूसरे में तेजी से फैलने वाला है या फिर कोविड के टीके का असर कम करता है। पॉल नीति आयोग के सदस्य भी हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी आकार की महामारी की नयी लहर कई बातों पर निर्भर करती है। वर्तमान महामारी के मामले में कोविड19 संक्रमण से बचाव के समुचित व्यवहार , परीक्षण और संक्रमण की रोकथाम के लिये रणनीति के मामले में व्यापक अनुशासन और टीकाकरण की दर पर निर्भर करेगा।