भोपाल। प्रदेश में अब कोरोना का कहर थमने लगा है, वैक्सिनेशन का काम भी तेजी से जारी है, लाखों लोगों को वैक्सीन लगाकर मप्र ने एक रिकॉर्ड कायम किया है। इसी को देखते हुए अब प्रदेश में कॉलेज खोलने की भी तैयारी की जा रही है। प्रदेश में एक अगस्त से कॉलेज खोले जा सकते हैं। बस कॉलेज में प्रवेश के लिए छात्रों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज लगाना अनिवार्य होगा। प्रदेश में कॉलेज खोलने का फैसला मंत्री समूह की बैठक में लिया गया है। हालांकि अंतिम निर्णय में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की मोहर लगना बाकी है। जानाकारी के मुताबिक कॉलेज-स्कूल खोलने और 12वीं के रिजल्ट को लेकर बीती शाम मंत्रालय में मंत्री समूह की बैठक का आयोजन किया गया। वहीं इस बैठक में अगस्त माह से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कॉलेजों को खोलने का फैसला किया गया है। हालांकि इस विषय में अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा लिया जाएगा। वहीं बैठक में कहा गया कि कॉलेज आने के लिए विद्यार्थियों को कम से कम कोरोना वैक्सीन का एक डोज लेना अनिवार्य होगा।
वैक्सीन के पहले डोज के बाद ही कक्षा में दिया जाएगा प्रवेश
जानकारी के मुताबिक बैठक में शामिल हुए उच्च शिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव ने बताया कि कॉलेज खोलने को लेकर विचार किया गया है और इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री को भी भेजा गया है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कक्षा में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों का वैक्सीनेशन करवाना अनिवार्य होगा। कक्षा में उन्हीं छात्रा को प्रवेश दिया जाएगा,जिन्हें वैक्सीन का एक डोज लग चुका है। वहीं स्कूल खोलने को लेकर फिलहाल मंत्रियों में सहमति नहीं बन पाई है।
12 वीं के रिजल्ट पैटर्न पर किया गया विचार
बैठक में एमपी बोर्ड 12 वीं के रिजल्ट पैटर्न पर भी विचार किया गया है। वहीं मंत्रियों द्वारा एमपी बोर्ड के रिजल्ट पैटर्न को भी सीबीएसई के पैटर्न की तरह ही बनाने का सुझाव रखा गया। हालांकि मंत्री सारंग ने इस सुझाव को खारिज करते हुए 10वीं के 5 विषयों के अंकों के मूल्यांकन पर रिजल्ट पैटर्न को तैयार करने की बात कही है। जिसपर फैसला 28 जून को होने वाली बैठक में लिया जाएगा।