भोपाल। प्रदेश में अब कोरोना की रफ्तार थम गई है। रोजाना आने वाले केसों में भी तेजी से कमी देखने को मिल रही है। अब कोरोना संक्रमण की दक 0.1 प्रतिशत से भी कम रह गई है। वहीं प्रदेश में अब कोरोना डेल्टा प्लस वेरियंट का खौफ गहरा रहा है। वहीं केंद्र सरकार ने मप्र सरकार को डेल्टा प्लस वेरियंट के लिए चेतावनी दी है। इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्य सरकार को पत्र लिखा है। इस पत्र में केंद्रीय सचिव ने मप्र, महाराष्ट्र और केरल सरकार को डेल्टा प्लस वेरियंट को लेकर अलर्ट रहने की बात कही है।
वर्तमान में 80 देशों में डेल्टा प्लस वेरियंट मिला है। वहीं देश में अभी डेल्टा वेरियंट के 22 मामले सामने आए हैं। इसी को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मप्र सरकार को पत्र लिखकर चेतावनी जारी की है। वहीं प्रदेश में डेल्टा प्लस वेरियंट को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह ने भी लोगों से कोरोना के नियमों का पालन करने की अपील की है। बता दें कि प्रदेश में कोरोना महामारी का कहर अब थमने लगा है। संक्रमण की दर 0.1 प्रतिशत से भी नीचे पहुंच गई है। एक दिन में प्रदेशभर में कोरोना के 65 नए मरीज सामने आए हैं।
केवल दो जिलों में डबल डिजिट में आए केस
प्रदेश के सिर्फ दो ही ऐसे जिले हैं जहां डबल डिजिट में केस सामने आए हैं। वहीं प्रदेश में कोरोना वैक्सीन का महाअभियान भी जोरों से जारी है। प्रदेश में 21 जून से कोरोना वैक्सीन का महाअभियान शुरू हो गया है। इस महाअभियान के तहत रिकॉर्ड लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया। प्रदेश में हुए रिकॉर्ड तोड़ वैक्सिनेशन की हर जगह तारीफ हो रही है। वहीं सीएम शिवराज सिंह के मैनेजमेंट और कोरोना वैक्सिनेशन का यह महाअभियान दुनिया के 75 देशों पर भारी पड़ रहा है। सभी ने सीएम शिवराज सिंह के इस महाअभियान की तारीफ की है।
प्रदेश का महाअभियान अब दुनिया के 75 देशों पर भारी पड़ रहा है। वहीं इस महाअभियान को विपक्षी दल कांग्रेस ने भी समर्थन दिया है। इस महाअभियान के तहत एक दिन में ही 16 लाख 73 हजार 858 लोगों को वैक्सिनेट करके कीर्तिमान रचा है। इस टीकाकरण की खास बात यह रही कि जिन जिलों को पिछड़ा, आदिवासी और पिछड़ा वर्ग बाहुल्य माना जाता है उन जिलों में लोगों ने ऐसा उत्साह दिखाया कि वहां टीकाकरण लक्ष्य से दोगुना तक हुआ है। इसके लिए आनन-फानन में प्रशासन को वैक्सीन भिजवाने की व्यवस्था करनी पड़ी। वहीं सीएम शिवराज सिंह ने खुद भी कई वैक्सिनेशन सेंटर्स पर पहुंचकर निरीक्षण किया।