नई दिल्ली। (भाषा) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोविड-19 महामारी की स्थिति को लेकर मंगलवार को पार्टी की ओर से एक ‘श्वेत पत्र’ जारी किया और केंद्र सरकार से आग्रह किया कि कोविड की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए अभी से पूरी तैयारी की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की ओर से गरीबों को आर्थिक मदद दी जानी चाहिए और कोविड प्रभावित परिवारों को मदद देने के लिए कोविड मुआवजा कोष स्थापित करना चाहिए। राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस श्वेत पत्र का लक्ष्य सरकार पर अंगुली उठाना नहीं है।
हमने व्हाइट पेपर विस्तृत में तैयार किया है इसका लक्ष्य ये नहीं कि सरकार ने विभिन्न गलतियां की। बल्कि देश को तीसरी लहर के लिए तैयार करने में मदद करने के लिए है। देश में तीसरी लहर आने वाली है इसलिए हम सरकार से फिर कह रहें कि उनको इसके लिए पूरी तैयारी करनी चाहिए:राहुल गांधी,कांग्रेस https://t.co/7r5rWmKhvB pic.twitter.com/XNbhefoF4s
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 22, 2021
हम सरकार की गलतियों का उल्लेख इसलिए कर रहे हैं ताकि आने वाले समय में गलतियों को ठीक किया जा सके।’’ उन्होंने दावा किया कि कोविड-19 महामारी की पहली और दूसरी लहर के दौरान सरकार का प्रबंधन त्रासदीपूर्ण रहा। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘पूरा देश जानता है कि दूसरी लहर से पहले हमारे वैज्ञानिकों और चिकित्सकों ने दूसरी लहर की बात की थी।
व्हाइट पेपर का लक्ष्य तीसरी लहर के लिए तैयारी है ताकि तीसरी लहर जब आए तब लोगों को आसानी से ऑक्सीजन, दवाईयां , अस्पताल में बेड मिल जाएं। कोरोना सिर्फ बायोलॉजिकल बीमारी नहीं है बल्कि इकोनॉमिकल सोशल बीमारी है इसलिए सरकार को गरीब लोगों को आर्थिक सहायता देनी की जरूरत है: राहुल गांधी https://t.co/5Hwr0Jz6NZ
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उस समय सरकार को जो कदम उठाना चाहिए था, जो व्यवहार होना चाहिए वह देखने को नहीं मिला। इसके बाद दूसरी लहर का हम सब पर असर हुआ।’’ उन्होंने सरकार को आगाह करते हुए यह भी कहा, ‘‘पूरा देश जानता है कि तीसरी लहर आने वाली है। वायरस अपना स्वरूप बदल रहा है। इसीलिए हम सरकार से आग्रह कर रहे हैं कि वह पूरी तैयारी करे’’। राहुल गांधी ने कहा कि ऑक्सीजन, दवाओं, बेड और दूसरी जरूरतों को तीसरी लहर के लिए पूरा करना चाहिए। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि यह जरूरी है कि तीव्र गति से टीकाकरण किया जाए। उन्होंने कहा, ‘‘श्वेत पत्र में हमने चार मुख्य बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया है। पहला बिंदु तीसरी लहर की तैयारी है।
ऑक्सीजन की कमी के कारण बहुत लोगों की मुत्यु हुई है। पीएम मोदी के आंसू इन परिवारों के आंसू नहीं मिटा पाए। वो सब परिवार जानते हैं कि पीएम के आंसू उन्हें नहीं बचा पाता लेकिन ऑक्सीजन जरूर बचा पाता: राहुल गांधी, कांग्रेस pic.twitter.com/qigy3MWLSL
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राहुल ने कहा कि ‘व्हाइट पेपर’ का मकसद रास्ता दिखाने का है।
पहला- तीसरी लहर की तैयारी अभी से शुरू की जाए। पिछली गलतियों को फिर से न दोहराया जाए।
दूसरा- इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाए। ऑक्सीजन, बेड, दवा की कमी न हो। थर्ड वेव में हर गांव, हर शहर में ऑक्सीजन जैसी सुविधाओं की कमी नहीं होनी चाहिए।
तीसरा- कोरोना बायोलॉजिकल बीमारी नहीं है, यह इकोनॉमिकल-सोशल बीमारी है। इसलिए सबसे गरीब लोगों, छोटे उद्योग-धंधों को आर्थिक सहायता देने की जरूरत है। हमने न्याय योजना की सलाह दी है। अगर प्रधानमंत्री को नाम नहीं पसंद, तो वे योजना का नाम बदल सकते हैं। इससे गरीबों तक सीधे आर्थिक मदद पहुंचाई जा सकेगी।
चौथा- कोविड कंपंसेशन फंड बनाया जाए। जिन परिवारों में किसी मौत कोरोना से मौत हुई है, उन्हें इस फंड से सहायता राशि दी जाए।