नई दिल्ली। कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने देशभर में जमकर कहर बरसाया है। अब तक हजारों लोग काल के गाल के समा गए हैं। वहीं अब कोरोना महामारी थमने लगी है। रोजाना आने वाले केसों में तेजी से कमी देखने को मिल रही है। भारत में कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद पहली मौत की पुष्टि हुई है। इसकी पुष्टि सरकार की तरफ से गठित की गई कमेटी- AEFI की तरफ से की गई है। रिपोर्ट में कहा गया कि गंभीर दुष्प्रभावों (जो कोरोनावायरस के टीकों से जुड़े हो सकते हैं) की एक सरकारी समीक्षा के अनुसार, 5 फरवरी से 31 मार्च के बीच कोविड -19 वैक्सीन लगवाने वाले लाखों लोगों में से तीन लोगों में वैक्सीन के कारण एनाफिलेक्सिस (anaphylaxis- एक तरह का एलर्जिक रिएक्शन) के लक्षण देखे गए। इस वजह से एक व्यक्ति की मौत भी हुई, इनकी उम्र 68 वर्ष थी।
31 मौतों की असेसमेंट के बाद पुष्टि
वैक्सीन लगने के बाद कोई गंभीर बीमारी या मौत होने को वैज्ञानिक भाषा में एडवर्स इवेंट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन (AEFI) कहा जाता है। AEFI के लिए केंद्र सरकार ने एक कमेटी गठित की है। इस कमेटी ने वैक्सीन लगने के बाद हुई 31 मौतों की असेसमेंट करने के बाद पहली मौत को कन्फर्म किया है।
क्या है एनाफिलैक्सिस एलर्जी?
एनाफिलैक्सिस एक घातक एलर्जी होती है, जिसका तुरंत इलाज किया जाना बेहद जरूरी होता है। यह बहुत तेजी से फैलती है। एनाफिलैक्सिस में पूरा शरीर बुरी तरह प्रभावित होता है।
एनाफिलैक्सिस के लक्षण
- स्किन पर रैशेज हो जाते हैं, खुजली होने लगती है और सूजन भी आ जाती है
- खांसी के अलावा सांस लेने में भी दिक्कत होती है
- पेट में अजीब-सी ऐंठन और उल्टी आने लगती है
- चक्कर और सिरदर्द की समस्या भी हो सकती है
- सांस लेने में घरघराहट की आवाज आती है।
- डायरिया हो जाता है और जीभ पर भी सूजन आ जाती है
- शरीर पीला पड़ जाता है और पल्स रेट भी घट जाती है