भोपाल। प्रदेश की राजधानी में वैक्सीन लगवाने को लेकर पति-पत्नी के बीच अनूठा विवाद सामने आया है। दोनों के बीच कोविशील्ड या कोवैक्सीन लगवाने को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि मामला फैमिली कोर्ट तक जा पहुंचा। पांच बार काउंसलिंग के बाद दोनों के बीच सुलह हो पाई। मामला राजधानी के कोलार थाना क्षेत्र का है। यहां रहने वाले 44 वर्षीय पति और 40 वर्षीय पत्नी का पूरा परिवार चार महीने पहले कोरोना पॉजिटिव हो गया था।
पति-पत्नी ने वैक्सीन लगवाने के लिए स्लॉट बुक किया। पति ने पहले वैक्सीन लगवा ली। पति को कोवैक्सीन का डोज लग गया। बाद में पत्नी भी वैक्सीन लगवाने के लिए तैयार हो गई। पत्नी के लिए कोविशील्ड उपलब्ध थी। इस बात को लेकर पति नाराज हो गया। पति का कहना था कि पत्नी ने उसके साथ वैक्सीन लगवाई होती तो कोवैक्सीन का टीका लगता। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया।
कई बार हुई कांउसलिंग
दोनों के बीच बातचीत बंद हो गई। इसके बाद पत्नी ने परामर्शदाता से संपर्क किया। कुटुंब न्यायालय में परामर्शदाता ने पांच बार कांउसलिंग के दंपती को बुलाया। पांच बार कांउसलिंग के बाद दोनों के बीच समझौता हो गया। प्रदेश में वैक्सीन लगाने का काम जोरों पर है। रोजाना प्रदेशभर में हजारों लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। राजधानी में बीते एक हफ्ते में 1.43 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई है। रविवार को भी शहर के चार सेंटर्स पर वैक्सीन लगाई गई।
रविवार को राजधानी में 69 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया है। रविवार को शहर के चिरायू मेडिकल कॉलेज, आईएसबीटी स्मार्ट सिटी, एसटी होटल और मिरेकल हॉस्पिटल में वैक्सीन लगाई गई है। सोमवार से फिर शहर के सभी सेंटर्स पर वैक्सीन लगाने का प्रोग्राम शुरू हो जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार राजधानी में अब तक 10.63 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। वहीं इनमें से 1.65 लाख लोगों को कोरोना की दोनों डोज दी जा चुकी हैं।