नई दिल्ली। एक रिसर्च में पता चला था कि जो बच्चें शाकाहारी या वीगन हैं उनमें दिल की बीमारियों का खतरा कम रहता है। लेकिन कम कैल्शियम लेने की वजह से उनके हड्डियों के फ्रैक्चर होने का खतरा अधिक रहता है। इस रिसर्च में वीगन बच्चे और मांसाहारी बच्चों के बीच तुलनात्मक अध्यन किया गया है। अनुसंधानकर्ताओं ने इसमें पाया है कि जो बच्चे मांस खाते हैं वो वीगन बच्चों के मुकाबले ज्यादा लंबे और मजबूत हड्डियों वाले होते हैं।
187 बच्चों को इस रिसर्च में शामिल किया गया था
इस रिसर्च पेपर को अमेरिकी जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित किया गया है। जिसके मुताबिक पोलैंड के पांच से 10 साल के बच्चों में अंतर का अध्ययन किया गया। शोधकर्ताओं ने वर्ष 2014 से 2016 के बीच 187 बच्चों पर अध्ययन किया जिन्होंने करीब एक साल तक अपना-अपना आहार लिया। इनमें से 72 बच्चे मांसाहारी थे जबकि 63 शाकाहारी और 52 वीगन थे। अनुसंधान दल ने बच्चों द्वारा लिए जा रहे पोषाहार, शरीर की बनावट और हृदय रोग के खतरों का अध्ययन किया। इस दौरान देखा गया कि भविष्य में इन बच्चों में हृदय की बीमारी और स्ट्रोक की कितनी आशंका है। यह अध्ययन अवलोकन आधारित था इसलिए अनुसंधानकर्ताओं ने बच्चों के आहार में कोई बदलाव नहीं किया। उन्होंने उन बच्चों को अनुसंधान में शामिल किया जो पहले से ही ये आहार ले रहे थे।
शोधकर्ताओं को क्या मिला?
शोधकर्ताओं ने पाया कि मांसाहार करने वाले बच्चों के मुकाबले शाकाहार और वीगन बच्चों में हृदय रोग का खतरा कम था क्योंकि उनमें निम्न घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (एलडीएल या स्वस्थ्य के लिए हानिकारक कोलेस्ट्रोल) का स्तर 25 प्रतिशत तक कम होता है। लेकिन, उनमें पोषक तत्वों की कमी का खतरा अधिक होता है। उनके शरीर में विटामिन बी12, कैल्सियम, विटामिन डी और आयरन की कमी होने का खतरा अधिक था। वीगन आहार पर रहने वाले बच्चों की हड्डियों में खनिज पदार्थों की मात्रा पांच प्रतिशत तक कम रही और उनका कद औसतन तीन सेंटीमीटर कम था। यह अहम है क्योंकि हड्डियों में खनिज पदार्थ का उच्च स्तर होने पर हड्डियों में खनिज पदार्थों का घनत्व भी अधिक होता है।
इस हिसाब से पांच प्रतिशत का अंतर चिंतित करने वाला है क्योंकि इस उम्र के लोगों के पास हड्डियों में खनिज पदार्थ के घनत्व को सामान्य करने के लिए बहुत कम समय होता है। व्यक्ति 20 साल की उम्र तक हड्डियों का 95 प्रतिशत वजन प्राप्त कर लेता है। हड्डियों का कम घनत्व का संबंध बाद में अधिक फैक्चर दर से भी है।
संतुलित आहार सुनिश्चित करें
ऐसे में चाहे आप वीगन, शाकाहारी या मांसाहार का अनुपालन करते हो, आपको इसके बावजूद यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि सभी खाद्य समूहों में संतुलित आहार मिले। ताकि बच्चे एक समान बढ़ सकें।