ग्वालियर: मध्य प्रदेश में इनदिनों वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें व्यक्ति पहचान पत्र आधार कार्ड, वोटर कार्ड दिखाकर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। लेकिन ग्वालियर में कुछ लोगों का टीकाकरण तो दूर की बात है, उनका रजिस्ट्रेशन करवाना भी बहुत मुश्किल हो गया है। क्यूं? आइए जानते हैं-
देश में आज भी कई योजनाएं, मुहिम नियमों की भेंट चढ़ जाती हैं। ऐसा ही एक नियम है आधार कार्ड दिखाइए और वैक्सीन लगवाइए। लेकिन सवाल है कि अगर आधार कार्ड नहीं है तो फिर क्या होगा। इसी सवाल से ग्वालियर के स्वर्ग सदन आश्रम में रहने वाले बेसहारा लोग जूझ रहे हैं। इनके पास ना तो आधार कार्ड है। न वोटर कार्ड है ना ही अपनी पहचान साबित करने का कोई कागज
स्वर्ग सदन आश्रम को ये लोग शहर की सड़कों पर बेसुध तंग हाल में मिले थे। इनमें से कुछ लोग खुद की पहचान भी भूल चुके हैं। यही वजह है कि इनका अभी तक वैक्सीनेशन अटका हुआ है। बात जिम्मेदारों तक पहुंच चुकी है, मामले का समाधान निकालने का कोशिश भी जारी है। लेकिन नियम में तो ये लोग अभी फंसे हुए हैं।
कोरोना से बचना है तो वैक्सीनेशन कराना है। सरकारी नियमों में अब वैक्सीनेशन अनिवार्य होने जा रहा है। लेकिन वैक्सीनेशन के नियम ही इस अनिवार्यता को चुनौती पेश कर रहे हैं।