नई दिल्ली। साल 2021 का आज पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। इस साल का पहला सूर्य ग्रहण खास है क्योंकि आकाश में ग्रहण का नजारा ‘रिंग ऑफ फायर’ जैसा होगा। हालांकि ये नजारा सभी लोगों को देखने को नहीं मिलेगा, लेकिन जो लोग उत्तरी गोलार्ध में बसे हैं उन्हें ये नजारा दिख सकता है। ऐसे में जानना जरूरी है कि आखिर सूर्य ग्रहण कब होता है?
कब होता है सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है। यह तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के ठीक बीच में आ जाता है। ऐसे में पृथ्वी पर पड़ने वाली सूर्य की किरणें अवरूद्ध हो जाती हैं और कुछ इलाकों में कुछ देर के लिए अंधेरा छा जाता है। हालांकि, चंद्रमा छोटा होता है इस वजह से सूर्य को पूरी तरह से ढक नहीं पाता है और उसके किनारे आग के छल्ले की तरह नजर आते हैं।
खास है यह सूर्य ग्रहण
आज का सूर्य ग्रहण रिंग ऑफ फायर जैसा होगा। इस दौरान, चंद्रमा अपनी अंडाकार कक्षा में पृथ्वी से बहुत दूर होता है। यही वजह है कि सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा के बाहरी किनारों से सूर्य आग के किसी छल्ले की तरह नजर आता है। ये ग्रहण साल का इकलौता रिंग ऑफ फायर सूर्य ग्रहण होने वाला है। हालांकि इसे दुनिया के सभी लोग नहीं देख पाएंगे।
कहां दिखेगा रिंग ऑफ फायर
अमेरिकन म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री की एक एस्ट्रोफिजिसिस्ट जैकी फहर्टी के अनुसार पूरा रिंग ऑफ फायर उत्तरी अक्षांशों में दिखाई देगा, जिसमें नॉर्थ पोल के अलावा ग्रीनलैंड और कनाडा के कुछ हिस्से शामिल हैं। फहर्टी ने आगे बताया कि ज्यादातर लोग सूर्य ग्रहण के आंशिक रूप को ही देख पाएंगे, जो कि नॉर्थ अमेरिका, यूरोप और एशिया के कुछ चुनिंदा हिस्सों से ही नजर आएगा। भारत में यह नजारा लद्दाख और अरूणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में दिखेगा।
फाहर्टी ने चेतावनी दी है कि लोग सूर्य ग्रहण के आंशिक रूप को खुली आंखों से न देखें। इसे देखने के लिए वे आई ग्लास प्रोटेक्शन जरूर लगाएं।