नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। अब कोरोना के थमने के बाद से ही राजनीतिक हलचल शुरू हो गई है। इसी बीच कांग्रेस को एक तगड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद अब भाजपा में शामिल हो गए हैं। बुधवार को दोपहर में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई। पार्टी ज्वाइन करते हुए जितिन ने कहा कि भाजपा ज्वाइन करने से पार्टी को बल मिलेगा।
जितिन ने सदस्यता लेने के बाद अपने भाषणों में कहा कि आज कोई वास्तव में संस्था के तौर पर काम करने वाला दल है तो वह भाजपा है। बाकी दल, व्यक्ति विशेष और क्षेत्रीयता तक सीमित रह गए हैं। बीजेपी ही इकलौता दल है जिसका पूरे देश में नाम है। पीएम मोदी के नेतृत्व में नए भारत का निर्माण हो रहा है। नए भारत के निर्माण में छोटा सा योगदान करने का मौका मिलेगा। जितिन ने कहा कि कांग्रेस में रहकर किसी भी काम नहीं आ पा रहा हूं। बता दें कि जितिन पहले भी कांग्रेस की कार्यशैली को लेकर सवाल उठा चुके हैं।
मनमोहन सरकार में रह चुके हैं केंद्रीय मंत्री
बता दें कि जितिन प्रसाद कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे हैं। जितिन प्रसाद उन 23 नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने पिछले साल कांग्रेस में सक्रिय नेतृत्व और संगठनात्मक चुनाव की मांग को लेकर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी। इस पत्र के बाद काफी बवाल उठता रहा था। जितिन ने 2004 में शाहजहांपुर से पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ा था।
यहीं से पहली बार वह सांसद बने थे। तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार में इस्पात राज्यमंत्री का पद भी दिया गया था। इसके बाद उन्होंने 2009 में धौरहरा सीट विजयी हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने संप्रग सरकार में पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस, सड़क परिवहन और राजमार्ग और मानव, संसाधन विकास राज्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।