नई दिल्ली। संक्रमण से बचाव में इम्यूनिटी को सबसे कारगर माना जाता है। इम्युनिटी बढ़ाने के लिए वैसे तो कई चीजें हैं। लेकिन भारतीय आयुर्वेदिक औषधियों को इसमें काफी लाभकारी माना जाता है। जिसमें गिलोयस, त्रिकटू चूर्ण, अश्वगंधा आदि शामिल हैं। दुनिया में कोरोना आने के बाद भारतीय औषधियों की मांग काफी बढ़ी है। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश लघु वनोपज प्रसंस्करण एवं अनुसंधान केंद्र (M.P.State Minor Forest Produce) के विंध्य हर्बल ब्रांड की औषधियों का विक्रय और प्रदर्शन योग दिवस पर 21 जून को न्यूयार्क में किया जाएगा। यह पहली बार है जब मध्य प्रदेश के हर्बल उत्पाद विदेशों में बेचे जाएंगे।
विंध्य हर्बल 15 साल से बना रही है दवाएं
आपको बतादें कि यह केंद्र आयुर्वेदिक एवं हर्बल औषधियों का उत्पादन करीब 15 साल से कर रहा है। यहां से 250 तरह की आयुर्वेदिक औषधियां देश के कई राज्यों में जाती हैं। लेकिन यह पहला मौका है जब विदशों में भी यहां के उत्पाद बेचे जाएंगे। कोरोना संक्रमण के आने के बाद विश्व में आयुर्वेदिक दवाओं की मांग बढ़ गई है। ऐसे में विंध्य हर्बल ने इसके प्रभाव को देखते हुए महत्वपूर्ण औषधियों को समाहित कर एक इम्युनिटी बूस्टर किट तैयार की है।
TRIFED न्यूयॉर्क में किट का प्रदर्शन करेगा
इस किट को योग दिवस के दिन यानी 21 जून को न्यूयार्क में आयोजित प्रदर्शनी में प्रदर्शन और वितरण किया जाएगा। किट को भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन विकास महासंघ (ट्राइफेड) वैश्विक मंच पर लेकर जाएगा। इसके लिए विंध्य हर्बल्स ने ट्राइफेड को 100 गिफ्ट पैक उपलब्ध कराए हैं। इसके अलावा मांग के अनुसार बाद में भी इसकी आपूर्ति की जाएगी।
एक पैक की कीमत तीन सौ रुपये
गौरतलब है कि वनवासी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए ट्राइफेड हर साल देश के कुछ चुनिंदा उत्पाद प्रदर्शनी में शामिल करता है। मप्र से इस बार विंध्य हर्बल के औषधियों को चुना गया है। विंध्य हर्बल की औषधियों को देश में कई जगहों पर बेचा जाता है। लेकिन अब केंद्र सरकार प्रयासरत है कि इसे ई-कामर्स के माध्यम से विदेशों में भी बेचा जाए। इस इम्युनिटी बूस्टर किट में त्रिकटु, गिलोय, अश्वगंधा, कालमेघ चूर्ण और अर्जुन हर्बल टी शामिल हैं। एक पैक की कीमत तीन सौ रुपये है।