भोपाल। प्रदेश में 12वीं की बोर्ड परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। बुधवार को शिक्षा विभाग की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है। अब प्रदेश के 12वीं के छात्रों को 12वीं परीक्षा नहीं देनी पड़ेगी। इस फैसले के बाद अब छात्रों के रिजल्ट बनाने की तैयारियां शुरू हो चुकीं हैं। इसको लेकर सीएम शिवराज सिंह ने छात्रों का रिजल्ट बनाने के लिए मंत्री समूह के गठन के आदेश भी दिए हैं। सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि मंत्री समूह की कमेटी का गठन किया जाए जो छात्रों के रिजल्ट बनाने के पैटर्न पर विचार करेंगे।
वहीं स्कूली शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने इसको लेकर कहा कि इसके लिए कमेटी गठित की जा रही है। यह कमेटी रिजल्ट का खाका तैयार करेगी। इसमें छात्रों के 10वीं और 11वीं के परसेंटेज का आंकलन किया जाएगा। इसी आधार पर 12वीं का रिजल्ट तैयार किया जाएगा। इसके साथ ही 12वीं के छात्रों के आर्धवार्षिक परीक्षा के परिणामों को भी ध्यान में रखा जाएगा।
मंत्री समूह की कमेटी करेगी अवलोकन…
वहीं मंत्री समूह की कमेटी प्रदेशभर के छात्रों के अंकों का डाटा एकत्रित करेगी। वहीं परमार ने बताया कि 12वीं के छात्रों का परिणाम 10 से 12 दिनों में कर दिया जाएगा। इसको लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। मंत्री परमार ने कहा कि अगर छात्रों की परीक्षा ऑफलाइन ली जाती तो परिणाम आने में काफी समय लग जाता। अब मंत्रियों की कमेटी इस काम में जुट गई है। 10 से 12 दिनों में छात्रों का परिणाम घोषित किया जा सकता है।
इसके साथ ही मंत्री परमार ने कहा जो भी छात्र रिजल्ट से संतुष्ट नहीं होंगे उनके पास ऑफलाइन परीक्षा देने का भी विकल्प रहेगा। मंत्री परमार ने कहा कि 12वीं की परीक्षा भले ही रद्द कर दी गईं हों लेकिन जो छात्र रिजल्ट से संतुष्ट नहीं होंगे वे ऑफलाइन भी परीक्षा दे सकते हैं। परमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण खत्म होते ही छात्रों के लिए ऑफलाइन परीक्षाएं भी आयोजित की जाएंगी। बता दें कि बुधवार को 12वीं की परीक्षा को रद्द कर दिया था। इससे पहले सीबीएसई ने भी 12वीं की परीक्षा को रद्द कर दिया था।