भोपाल। प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने जमकर तबाही मचाई है। यहां हजारों लोग काल के गाल में समा गए। हालांति बीते दिनों से कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है। वहीं कोरोना को रोकने के लिए वैक्सीन लगाने का कार्यक्रम भी तेज कर दिया है। हालांकि शुरुआत के बाद अब राजधानी में कोरोना वैक्सीन लगाने की रफ्तार धीमी पड़ गई है। प्रदेश में वैक्सीन लगाने के मामले में राजधानी तीसरे नंबर आ गई है। वहीं इंदौर इस सूची में पहले नंबर पर बना हुआ है। वहीं दूसरे नंबर पर जबलपुर है। राजधानी इस सूची में तीसरे स्थान पर है। इसके बाद ग्वालियर चौथे स्थान पर बना हुआ है। प्रदेश में 18+, 45+ और 60+ के लोगों को वैक्सीन के डोज दिए जा रहे हैं।
राजधानी में सोमवार को 5022 डोज लगाई गई हैं। वहीं इंदौर में 13322 डोज सोमवार को लोगों को लगाई गई हैं। जबलपुर में 7615 डोज सोमवार को लोगों को लगाई गईं हैं। ग्वालियर में 3287 लोगों को कोरोना का वैक्सीन दी गई। बता दें कि प्रदेश में 5 मई से 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन के टीके देने शुरू किए गए थे। सोमवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है। इस बात-चीत में सीएम शिवराज ने प्रदेश में कोरोना की स्थिति से पीएम मोदी को अवगत कराया।
सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि प्रदेश में कोरोना की स्थिति नियंत्रित है। प्रदेश में पॉजिटिव केस 5921 आए हैं जबकि डिस्चार्ज पेशेंट की संख्या 11513 है। मध्य प्रदेश का सोमवार को रिकवरी रेट 87% है और पॉजिटिव रेट 9% बचा है। शिवराज सिंह ने बताया कि प्रदेश में ऑक्सीजन और रेमडेसीविर इंजेक्शन की पर्याप्त आपूर्ति के लिए केंद्र सरकार के सहयोग के लिए पीएम मोदी का आभार जताया है। साथ ही प्रदेश में ऑक्सीजन और मेडिकल सेवाओं को लेकर धन्यवाद दिया। वहीं सीएम शिवराज सिंह पीएम मोदी को प्रदेश में चलाए जा रहे किल कोरोना अभियान के बारे में भी जानकारी दी है। बता दें कि प्रदेश में शिवराज सरकार ने किल कोरोना अभियान शुरू किया है।
इस अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर कोरोना की जांच करेगी। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में 7,571 नए मामले सामने आए हैं। पिछले 10 दिनों से प्रदेश में कोरोना महामारी के नए संक्रमित मरीजों में कमी देखने को मिली है। प्रदेश में कोरोना पॉजिटिविटी रेट भी 18 से घटकर 11 प्रतिशत हो गया है। प्रदेश के पांच जिलों में रोजाना 50 से भी कम केस सामने आ रहे हैं। दतिया, भिंड, मुरैना, अशोकनगर और गुना में रोजाना 50 से भी कम केस देखने को मिले हैं।