Black Fungus Symptoms: कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ने वाले लोगों को अब ब्लैक फंगस भी अपनी चपेट में ले रहा है। ब्लैक फंगस ICU में रहने और लंबे समय तक स्टेरॉयड की दवा चलने से कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले मरीजों में नाक और गले के रास्ते संक्रमण फैलता है और धीरे-धीरे आंख की मांसपेशियां (मसल्स) प्रभावित हो जाती है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि ब्लैक फंगस के फैलते ही संक्रमित मरीज को आंखों से चीजें दो-दो दिखने लगती है। जिसके बाद मरीज का सतर्कता से इलाज जरूरी है। इसके केस महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, मध्यप्रदेश समेत अन्य राज्यों में ब्लैक फंगस के केस सामने आ रहे हैं।
सड़े हुए पदार्थों से फैलता है ब्लैक फंगस
डॉक्टर्स ने बताया कि यह घातक संक्रमण म्यूकरमाइकोसिस नामक मृतोपरजीवी फफूंद (डेड फंगल) से फैलता है। ब्लैक फंगस सामान्यता सड़े हुए पदार्थों, भीगे कपड़ों और नमी वाली सतहों पर पाया जाता है।
ऐसे मरीजों को ब्लैक फंगस का खतरा
डॉक्टर के मुताबिक, कोरोना संक्रमित या कोरोना से उबरे 80 फीसद ऐसे मरीजों में ब्लैक फंगस पाया जा रहा है जो पहले से मधुमेह, किडनी और कैंसर से पीड़ित हैं।
ICU व लो इम्युनिटी से फैल रही बीमारी
गंभीर कोरोना संक्रमित लंबे समय तक आइसीयू में आक्सीजन सपोर्ट पर रहते हैं और आक्सीजन की वजह से नाक, मुंह एवं आंखों के आसपास नमी बनी रहती है। जिसके कारण ठीक से सफाई नहीं हो पाती और फंगल इंफेक्शन होने लगता है।
ब्लैक फंगस के सामान्य लक्षण
-नाक और आंख को जोडऩे वाली मसल्स पर सूजन।
-आंख के ऊपर-बाहर के अश्रु क्षेत्र (लैक्रिमल एरिया) में सूजन।
-गाल के ऊपर छूने पर सुन्नता का अहसास होना।
-खखारने पर खून के साथ बलगम जैसा पदार्थ आना।
ये हैं गंभीर लक्षण
-आंखों में अचानक भेंगापन।
-पुतली फूलने से धुंधलापन।
-सिर में भीषण दर्द और बेहोशी।
-आंखें उभर कर बाहर की तरफ आना।