भोपाल। आपने कई बार लोगों के Astrology knowledge मुंह से कहते सुना होगा शनि की साढ़ेसाती, शनि की अढ़ैया। पर आपको पता है कि ये शनि की दशाएं होती क्या हैं। अगर नहीं, तो आइए हम आपको बताते हैं। जिससे आप जान पाएंगे ये दशाएं क्या होती हैं।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार हमारी कुंडली में 12 राशियां और 9 ग्रह होते हैं। जो एक निश्चित समय अंतराल के बाद राशि परिवर्तन कर अपना स्थान बदलती हैं। इन्हीं ग्रहों में जब शनि अपना स्थान बदलकर जिस राशि में know what the conditions of Shani are साढ़ेसात वर्ष या ढाई वर्ष के लिए रहता है। उसे ही शनि की दशाएं कहते हैं। दरअसल सभी नवग्रहों में शनि को सबसे उग्र ग्रह माना जाता है। इसलिए लोगों में इसका भय ज्यादा होता है। इन्हें न्याय का देवता भी कहते हैं।
शनि के स्थान पर निर्भर करता है इसका प्रभाव —
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविन्द शास्त्री के अनुसार शनि अच्छे व बुरे, दोनों प्रकार के प्रभाव डालता है। ये दोनों प्रभाव हमारी कुंडली में बैठे शनि के स्थान पर निर्भर करता है। जब यह 7 अंक यानि तुला राशि पर होता है तो यह उच्च का होता है। उच्च का शनि होने पर सबसे अच्छा फल देता है। उस समय यह धन, राज्य और यश प्राप्त कराता है। अपनी राशि मकर और कुंभ में होने पर साधारण फल देता है। जब यह 6, 8 ,12 भाव में होता है तो क्रमश: रोग, कष्ट और धन व्यय कराता है। शनि की दशा से सभी को सावधान रहने की जरूरत है। 27 मई को शनि वक्री हो रहा है। इसके बाद और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।
ऐसे समझें साढ़े साती और अढ़ैया —
शनि की साढ़े साती 7.5 वर्ष की होती है। यह तीन 2.5 के तीन भागों में विभाजित होती है। जिससे कुल मिलाकर 7.5 वर्ष होते हैं। शुरू के 2.5 वर्ष यह सिर पर, उसके बाद 2.5 वर्ष पेट पर और अंतिम 2.5 वर्ष पैर पर होती है। ज्योतिषियों की माने तो उतरती हुई साढ़ेसाती शुभ फल देकर जाती है। इसी तरह अढ़ैया भी 2.5 वर्ष की होती है जो तीन भागों में विभाजित होकर क्रमश सिर, पेट और पैर पर होती है।
ये हैं शनि की शांति के उपाय —
1 — शनि की शांति के लिए सभी शनि की दशा से पीड़ितों को श्री हनुमान जी साधना करना चाहिए।
2 — दाहिने हाथ की मध्यमा में लोहे का रिंग पहनना चाहिए।
3 — पीपल के पेड़ को सूर्योदय से पूर्व या सूर्यास्त के बाद दीपदान करना शुभ होता है।
इन राशि के जातकों पर चल रही है साढ़ेसाती —
धनु, मकर, कुंभ
इन राशि के जातकों पर चल रही है अढ़ैया —
तुला, मिथुन