इंदौर। प्रदेश में गहराते कोरोना संकट के बीच सरकार प्रदेश में लॉकडाउन यानी कोरोना कर्फ्यू को बढ़ाने पर विचार कर रही है। हाल ही में प्रदेश के कई जिलों में लॉकडाउन यानी कोरोना कर्फ्यू को बढ़ा दिया है। जबलपुर में अब 15 तारीख तक कोरोना कर्फ्यू लागू किया गया है। वहीं प्रदेश के आर्थिक राजधानी माने जाने वाले इंदौर शहर में भी 7 मई की जगह 10 तक कोरोना कर्फ्यू बढ़ा दिया गया है। अब यहां 10 मई तक कोरोना कर्फ्यू लागू रहेगा।
बता दें कि प्रशासन ने 7 मई तक के ही लॉकडाउन के आदेश जारी किए थे। वहीं, शनिवार-रविवार 8 और 9 मई का पहले से ही सरकार द्वारा वीकेंड लॉकडाउन घोषित है। यानी 10 मई की सुबह तक इंदौर में सख्त पाबंदियां बरकरार रहेंगी। इतना ही नहीं अब यहां छूट दी गई कई चीजों पर पाबंदी लगाई गई है। यहां होटल और रेस्टोरेंट से होम डिलेवरी भी बंद कर दी गई है। अब लोग मॉर्निंग वॉक या फिर साइकिलिंग के लिए भी नहीं जा सकेंगे। आईटी कंपनी को मिली छूट को भी बंद कर दिया गया है। अब इन कंपनियों के कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम ही करना होगा।
सीए और सलाहकारों के दफ्तर रहेंगे बंद
सीए और सलाहकारों के दफ्तरों को मिली छूट भी अभी नहीं मिल पाएगी। चोइथराम फल-सब्जी मंडी के बाहर हाट-बाजार नहीं होगा। इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक के बाद जनता कर्फ्यू (लॉकडाउन/कोरोना कर्फ्यू) बढ़ाने का फैसला लिया गया है। सिंह ने कहा कि कोरोना की चेन तोड़ना सख्त आवश्यक है। कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज देखते हुए पिछले दिनों कलेक्टर मनीष सिंह ने 21 से 30 अप्रैल तक लिए सख्त जनता कर्फ्यू लगाने के आदेश दिए थे।
इसका उल्लंघन या बेवजह बाहर घूमने वालों के खिलाफ पुलिस सख्ती कर 151 में गिरफ्तारी जैसी कार्रवाई कर रही है। अब इसको आगे बढ़ा दिया गया है। सभी सरकारी, अर्द्ध सराकरी केंद्र-राज्यों के दफ्तर बंद अभी भी बंद रहेंगे। केवल प्रशासन, निगम, स्वास्थ्य विभाग, फायर आदि जरूरी सेवा के ही दफ्तर खुले रहेंगे। जो कोरोना की सेवा में लगे हुए हैं वह दफ्तर बिना किसी रोक-टोक के खुले रहेंगे। प्रशासन, निगम और पुलिस की हर थाना स्तर पर टीम क्षेत्र में सुबह 7 बजे से इसके पालन कराने के लिए क्षेत्रों में तैनात हैं। बता दें कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कारण सख्ती बरती जा रही है।