भोपाल। प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच प्रशासन सख्ती तेज कर रहा है। राजधानी भोपाल में भी बेकाबू होते हुए कोरोना के कारण सोमवार को कोरोना कर्फ्यू लगा दिया गया है। अब राजधानी में कोरोना के बढ़ते केसों के बीच कलेक्टर ने सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को लेकर भी एक आदेश जारी किया है। इस आदेश के अनुसार कलेक्टर अविनाश लवानिया ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी पर रोक लगा दी है। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अविनाश लवानिया ने भोपाल जिले के सभी अधिकारी और कर्मचारियों के अवकाश पर आगामी आदेश तक रोक लगा दी है।
इसके साथ ही पूर्व में स्वीकृत अवकाश पर भी रोक लगा दी है। भोपाल जिले में कोविड -19 के संक्रमण की रोकथाम के लिए की जाने वाली कार्यवाही के प्रभावी कियान्वयन के लिए जिला स्तर के विभिन्न कार्यालयों में पदस्थ समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों के अवकाश प्रतिबंधित करते हुए उनके पूर्व से स्वीकृत सभी प्रकार के अवकाश एवं मुख्यालय अवकाश द्वारा निरस्त किये जाते हैं। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ने आदेश जारी कर सभी अधिकारियो को निर्देश दिए हैं कि उनको पूर्व अनुमति के बिना कोई भी कार्यालय प्रमुख अवकाश स्वीकृत नहीं करेगा।
अधिकारी और कर्मचारी बिना अनुमति के नहीं छोड़ सकेंगे मुख्यालय
कोई भी अधिकारी, कर्मचारी अधोहस्ताक्षरकर्ता की बिना अनुमति के किसी भी प्रकार के अवकाश पर प्रस्थान नहीं करेंगे एवं न ही मुख्यालय छोड़ेंगे। पूर्व से स्वीकृत अवकाश पर प्रस्थित अधिकारी, कर्मचारी तत्काल अपने मुख्यालय पर उपस्थित होंगे। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। बता दें कि लगातार मरीजों की बढ़ती संख्या ने सरकार की नींद उड़ा रखी है। प्रदेशभर से रोजाना हजारों की संख्या में नए संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। राजधानी भोपाल में भी कोरोना का कहर जमकर देखने को मिल रहा है।
सोमवार को यहां रिकॉर्ड 1456 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। एक दिन में 44 प्रतिशत की बृद्धि देखने को मिली है। इससे पहले रविवार को भोपाल में 824 नए केस सामने आए थे। राजधानी में रविवार को तीन मरीजों की मौत हुई थी। वहीं सोमवार को मौत का आंकड़ा तीन से बढ़कर पांच हो गया है। सोमवार को पांच मरीजों ने संक्रमण से दम तोड़ दिया है। बता दें कि सोमवार को पहली बार 5200 लोगों के कोरोना सैंपल लिए गए थे। इनमें से 1456 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पिछले सोमवार को 618 केस आए थे। यानी 7 दिन में 42% की वृद्धि यानी 838 संक्रमित ज्यादा मिले हैं, जबकि 7 दिन में कुल 5770 संक्रमित मिले।